CDS जनरल अनिल चौहान ने भारतीय सेना की गजराज कोर का किया दौरा, रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के महत्व पर दिया जोर
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने शनिवार को भारतीय सेना के तेजपुर स्थित गजराज कोर का दौरा किया। गजराज कोर उत्तरी सीमाओं पर कामेंग सेक्टर के लिए जिम्मेदार है। गजराज कोर की स्थापना 4 अक्टूबर 1962 को भारत-चीन संघर्ष के बीच हुई थी।
By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Sun, 05 Nov 2023 09:37 AM (IST)
एएनआई, सोनीतपुर। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने शनिवार को भारतीय सेना के तेजपुर स्थित गजराज कोर का दौरा किया। उन्हें मौजूदा परिचालन स्थिति और तैयारियों के बारे में लेटेस्ट जानकारी दी गई।
आत्मनिर्भरता के महत्व पर दिया जोर
रक्षा अधिकारियों ने कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल ने पूर्वी कमान के भारतीय सेना और वायु सेना के अधिकारियों को संबोधित किया और भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए संयुक्तता और एकीकरण की आवश्यकता और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के महत्व पर जोर दिया।
भारत-चीन संघर्ष के बीच हुई स्थापना
गजराज कोर उत्तरी सीमाओं पर कामेंग सेक्टर के लिए जिम्मेदार है। गजराज कोर की स्थापना 4 अक्टूबर, 1962 को भारत-चीन संघर्ष के बीच हुई थी। कोर ने पूर्वी डायस्पोरा में पारंपरिक और उग्रवाद विरोधी दोनों अभियानों में सराहनीय रणनीतिक भूमिका निभाई है। 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान बांग्लादेश की मुक्ति के दौरान गजराज कोर ने ढाका तक प्रगति की और इसने मेघना हेली ब्रिगेड ऑपरेशन में भी हिस्सा लिया था।यह भी पढ़ें: Harimau Shakti 2023: भारत और मलेशिया के बीच जारी संयुक्त सैन्य अभ्यास का हुआ समापन, दोनों देशों की सेनाओं ने लिया भाग
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