Chhath Puja 2023: जर्मनी से लेकर अमेरिका के न्यू जर्सी तक छठ की धूम, विदेशों में भी दिखी छठी मैया की महिमा
Chhath Puja 2023 छठ महापर्व की धूम अब सिर्फ बिहार या झारखंड तक ही सीमित नहीं रह गई है। पहले इस महापर्व ने पूरे देश में धूम मचाई अब यह विशाल पर्व विदेशों में भी खूब हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है । बिहार की पहचान मानी जाने वाली यह लोक आस्था का महापर्व जर्मनी से लेकर अमेरिका में देखने को मिली।
By Babli KumariEdited By: Babli KumariUpdated: Mon, 20 Nov 2023 05:37 PM (IST)
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। 'छठ' बिहार के लोगों के लिए सिर्फ एक त्योहार नहीं है। यह भाव है उनके लिए जो पूरे साल इसको अपने अंदर समेट के रखते हैं और इस पर्व के करीब आते ही यह भाव उमरने लगता है अपनी मिट्टी के लिए। इसलिए बिहार के लोग पूरे साल कहीं भी हो पढ़ने या कमाने के लिए छठ महापर्व के आते ही उनके अंदर का बिहार जाग जाता है। उन्हें वापस अपनी मिट्टी पुकारने लगती है। चाहे वह दुनिया के किसी भी कोने में शरण लें आप उनको बिहार के बसिंदा के रूप भले ही न पहचानें लेकिन इस महापर्व पर उनके अंदर आप उनके बिहारी संस्कृति के साथ जुड़ाव साफ देख सकते हैं.... उनका छठी मां के प्रति श्रद्धा-भाव उजागर हो ही जाता है।
बीते चार दिन हमें भी कुछ यही देखने को मिला। देश क्या विदेशों में भी बसे बिहार के लोग अपनी संस्कृति को जीते दिखे। बिहारवासी दुनिया के जिस भी कोने में हैं वहां उन्होंने एक बिहार का परिदृश्य बना अपनी संस्कृति को जीने की कोशिश की। जर्मनी से लेकर अमेरिका के न्यू जर्सी शहर में छठ की धूम दिखी।
जर्मनी में भी दिखी छठ महापर्व की धूम
जर्मनी में भारत समुदाय के लोगों ने भी पूरी निष्ठा के साथ छठ महापर्व की तैयारी कर भगवान भास्कर को नमन किया। सूर्य भगवान की पूजा करने के लिए अस्थायी जल निकायों का निर्माण कर पूरी श्रद्धा के साथ भगवान सूर्य और छठी मैया की आराधना की।जर्मनी की तरह ही छठ की धूम अमेरिका के शिकागो में भी देखा गया जहां बिहार समुदाय के लोगों ने धूमधाम से छठ पर्व मनाया। बिहार के छठ लोकगीत का भी इस महापर्व में एक विशेष महत्व रहता है और यही हमे अमेरिका के सबसे बड़े शहर शिकागो में भी देखने को मिला।
देश के साथ-साथ विदेशों में रह रहे भारतीयों ने भी पूरे उत्साह के साथ छठ महापर्व मनाया। अमेरिका के शिकागो में छठ मनाते भारतीय नागरिक... #ChhathPooja2023 #chhathinUS pic.twitter.com/ZVehccko5T
— Deepti mishra (@deeptimishra945) November 20, 2023
मिट्टी से बनाते कोसी हो या फिर अस्थायी जल निकायों का निर्माण हो विदेशों में भी रहकर अपने परंपरा और त्योहार को इस तरह से जीना यह अपने आप में हमारे अंदर बसे भारत को दिखाता है।
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