केंद्र ने अब तक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 20 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज मुफ्त में दी
सरकार के पास अभी भी 1.84 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज देने के लिए उपलब्ध है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अगले तीन दिनों में लगभग 51 लाख वैक्सीन की डोज मिल जाएगी।
By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Sun, 16 May 2021 05:32 PM (IST)
नई दिल्ली, आइएएनएस। देश में कोरोना के नए मामलों के बीच टीकाकरण का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने अब तक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 20 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज मुफ्त उपलब्ध कराई है। सरकार के पास अभी भी 1.84 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज देने के लिए उपलब्ध है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अगले तीन दिनों में लगभग 51 लाख वैक्सीन की डोज मिल जाएगी। कोरोना का टीकाकरण महामारी के नियंत्रण और प्रबंधन के लिए सरकार की व्यापक रणनीति का एक अभिन्न अंग है, इसलिए सरकार राज्यों को बड़ी संख्या में वैक्सीन उपलब्ध करा रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार अपने उत्पादन और आपूर्ति को बढ़ाने के कई प्रयासों के अलावा, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को मुफ्त में कोविड टीके प्रदान करके राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान का समर्थन कर रही है।
इसमें कहा गया है कि कोविड -19 टीकाकरण का तीसरा चरण 1 मई से शुरू हो गया है, और इसके तहत हर महीने कुल केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (सीडीएल) का 50 फीसद किसी भी कंपनी की वैक्सीन के खुराक की खरीद की जाएगी। केंद्र द्वारा जो इन खुराकों को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पूरी तरह से मुफ्त में उपलब्ध कराना जारी रखेगा जैसा कि पहले किया जा रहा था। केंद्र ने अब तक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 20 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक (20,28,09,250) प्रदान की हैं, जो कि बिना किसी मूल्य के है। इसमें से 14 मई तक की औसत खपत के आधार पर कुल खपत 18,43,67,772 खुराक है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि 1.84 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक (1,84,41,478) अभी भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं।देश में कोरोना के मामलों की बात करें तो शनिवार देर रात तक मिले आंकड़ों के मुताबिक कुल संक्रमितों की संख्या दो करोड़ 46 लाख 79 हजार को पार कर गई है। इनमें से दो करोड़ सात लाख 82 हजार मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं और 2,70,254 लोगों की मौत भी हो चुकी है।