EV कंपनियों पर जुर्माना ठोकेगा केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण, जल्द कड़ी कार्रवाई कर सकता है CCPA
ईवी गाड़ियों की बैटरी में विस्फोट और आग लगने की घटना को सरकार गंभीरता से ले रही है। कंपनियों ने केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) के भेजे गए नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं दिया है। जानकारी के अनुसार सरकार जल्द ही कड़ी कार्रवाई कर सकता है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। इलेक्टि्रक वाहनों (EV) में चलते-चलते उसकी बैट्री में विस्फोट और आग लगने की घटना को गंभीरता से लेते हुए सीसीपीए जुर्माना ठोकने की तैयारी कर रहा है। कंपनियों ने केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) के भेजे गए नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं दिया है। इसे गंभीरता से लेते हुए प्राधिकरण ने डीआरडीओ और रेगुलेटरी एजेंसी (सीएफईईएस) से उनकी रिपोर्ट तलब की है। प्राधिकरण इस मसले पर जल्दी ही कड़ी कार्रवाई कर सकता है।
ईवी कंपनियों के रुख से संतुष्ट नहीं सीसीपीए
पांच प्रमुख दो पहिया ईवी कंपनियों को इसी जुलाई में नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा गया था, लेकिन उनके जवाबों से उपभोक्ता मंत्रालय संतुष्ट नहीं है। उपभोक्ता मामले मंत्रालय में अपर सचिव और सीसीपीए प्रमुख निधि खरे ने स्पष्ट कहा कि सीसीपीए ईवी कंपनियों के रुख से संतुष्ट नहीं है। सरकार जल्दी ही उन पर जुर्माना लगा सकती है। इन कंपनियों ने भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के स्टैंडर्ड का पालन नहीं किया है। इस बारे में पूछे किसी सवाल का जवाब देना भी मुनासिब नहीं समझा है।
कोलकाता और पुणे में जल्द होगी टेस्टिंग हाऊस की स्थापना
निधि खरे ने बताया कि सरकार जल्दी ही ईलेक्टि्रक वाहनों के की टेस्टिंग के लिए कोलकाता और पुणे में टेस्टिंग हाऊस की स्थापना करेगी। खरे सोमवार को यहां नेशनल टेस्टिंग हाऊस पर आयोजित प्रेसवार्ता में बोल रही थीं। इलेक्टि्रक दो पहिया वाहनों में आग लगने की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर सीसीपीए ने सभी प्रमुख पांच कंपनियों को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। नोटिस में वाहनों में लगाई जाने वाली बैटरी और अन्य उपकरणों के स्टैंडर्ड का ब्यौरा मांगा था। लेकिन उनकी ओर से आए जवाब में काफी कुछ संदिग्ध है, जिससे साफ है कि बहुत कुछ छिपाया जा रहा है।
सीसीपीए की ओर से डिफेंस रिसर्च एंड डवलपमेंट आर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) और ईवी की रेगुलेटरी एजेंसी सेंटर फार फायर एक्सप्लोजन एंड एन्वायरमेंट सेफ्टी (सीएफईईएस) की रिपोर्ट को भी तलब कर लिया गया है, जिसमें इलेक्टि्रक वाहनों के सेफ्टी मानक के साथ बैटरी के विस्फोट की वजह का अध्यन किया जाएगा। इसे गंभीर मसला मानते हुए इसके सभी पहलुओं की जांच रिपोर्ट के बाद जुर्माना जैसी कार्रवाई की जाएगी।
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