Uttarkashi सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए एक्शन में केंद्र सरकार, मल्टीविटामिन और सूखे मेवे की कर रही आपूर्ति
Uttarkashi Tunnel Collapse उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में ढही एक निर्माणाधीन सुरंग में पिछले सात दिनों से फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए केंद्र सरकार कड़ी मेहनत कर रही है। सड़क परिवहन और राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने बताया कि सरकार श्रमिकों को मल्टीविटामिन अवसाद रोधी दवाएं और सूखे मेवे भेज रही है। वहां एक पाइपलाइन है जिससे पानी उपलब्ध कराया गया है।
By Jagran NewsEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sun, 19 Nov 2023 04:10 PM (IST)
एजेंसी, नई दिल्ली। Uttarkashi Tunnel Collapse उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में ढही एक निर्माणाधीन सुरंग में पिछले सात दिनों से फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए केंद्र सरकार कड़ी मेहनत कर रही है। सड़क, परिवहन और राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने बताया कि सरकार श्रमिकों को मल्टीविटामिन, अवसाद रोधी दवाएं और सूखे मेवे भेज रही है।
पाइप से दिया जा रहा पानी और खाना
अनुराग ने बताया कि टनल (Uttarkashi Tunnel Collapse) में रोशनी होना सबसे सुकून की बात है। वहां एक पाइपलाइन है, जिससे पानी उपलब्ध कराया गया है। एक 4 इंच का पाइप है, जिसका उपयोग भोजन भेजने के लिए किया जाता है।
चार धाम ऑल वेदर रोड परियोजना का हिस्सा है सुरंग
जैन ने उत्तरकाशी सुरंग (Uttarkashi Tunnel Collapse) ढहने के बचाव अभियान पर आगे कहा कि सुरंग के अंदर दो किमी हिस्से में पानी और बिजली है। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से लगभग 30 किमी दूर और उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से सात घंटे की ड्राइव पर सिल्कयारा सुरंग, केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी चार धाम ऑल वेदर रोड परियोजना का हिस्सा है।
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शुक्रवार को रुक गया था बचाव अभियान
बता दें कि सुरंग पिछले रविवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे ढह गई। बचाव अभियान शुक्रवार दोपहर को निलंबित कर दिया गया था, जब श्रमिकों को निकालने का मार्ग तैयार करने के लिए मलबे के माध्यम से पाइपों को ड्रिल करने और धकेलने के लिए तैनात अमेरिका निर्मित बरमा मशीन में एक खराबी आ गई।
जब तक ड्रिलिंग रोकी गई, तब तक ऑगर मशीन सुरंग के अंदर 60 मीटर क्षेत्र में फैले मलबे के माध्यम से 24 मीटर तक ड्रिल कर चुकी थी।
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