केंद्र सरकार ने लिया 26 साल की सीए की मौत का संज्ञान, कंपनी के माहौल की शुरू की जांच
एक प्रमुख फर्म की सीए की मौत के बाद से देशभर में वर्क कल्चर और वर्क प्रेशर को लेकर बहस छिड़ गई है। मृतिका के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि अत्याधिक काम के दबाव की वजह से उनकी बेटी की जान गई है। इस बीच केंद्र सरकार ने घटना का संज्ञान लिया है और कंपनी के माहौल की जांच शुरू कर दी है। यहां पढ़िए पूरी जानकारी।
पीटीआई, नई दिल्ली। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, पुणे में अर्न्स्ट एंड यंग (ईवाई) ग्लोबल की सदस्य कंपनी एसआर बटलीबाय में कामकाज के कथित असुरक्षित और शोषणकारी माहौल की जांच कर रहा है। कंपनी की कर्मचारी अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की दुखद मौत के कुछ दिनों बाद श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने यह कदम उठाया है।
गौरतलब है कि 26 वर्षीय पेरायिल चार्टर्ड अकाउंटेंट थीं, जिनकी कथित तौर पर फर्म में अत्यधिक काम के दबाव के कारण मृत्यु हो गई थी। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे ने गुरुवार को एक्स पर लिखा, एना सेबेस्टियन पेरायिल की मृत्यु से बहुत दुखी हूं। असुरक्षित और शोषणकारी कार्य वातावरण के आरोपों की गहन जांच चल रही है। हम न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और श्रम मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर शिकायत को अपने हाथ में ले लिया है।
कंपनी ने बयान जारी कर जताया था दुख
ईवाई ने बुधवार को बयान जारी कर कहा था कि जुलाई, 2024 में एना सेबेस्टियन के असामयिक निधन से हम बहुत दुखी हैं। एना के निधन के बाद से ही ईवाई उनके परिवार के संपर्क में है और उनकी मदद कर रही है। लेकिन, जुलाई में एना की मृत्यु होने के बाद अब उनके परिवार ने कंपनी को पत्र लिखकर काम के अत्यधिक दबाव के बारे में शिकायत की है।
एना सेबेस्टियन ने 2023 में चार्टर्ड अकाउंटेंट परीक्षा पास की थी। मृत्यु से पहले चार महीने तक वह ईवाई पुणे कार्यालय में काम कर रही थीं। उनकी मां ने इसी महीने ईवाई इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को पत्र लिखकर कंपनी में अत्यधिक काम के महिमामंडन पर चिंता जताई। एना के पिता सिबी जोसेफ ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनको रात साढ़े 12 बजे तक काम करना पड़ता था।