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Central Vigilance Commission: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सुरेश एन पटेल को दिलाई केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के पद की शपथ

Central Vigilance Commission सुरेश एन पटेल ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (Central Vigilance Commission) के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुरेश एन पटेल को केंद्रीय सतर्कता आयुक्त पद की शपथ दिलाई। इससे पहले वे कार्यवाहक केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के रूप में काम कर रहे थे।

By Mohd FaisalEdited By: Updated: Wed, 03 Aug 2022 12:08 PM (IST)
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Central Vigilance Commission: सुरेश एन पटेल ने ली केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के पद की शपथ (फोटो एएनआइ)
नई दिल्ली, एजेंसी। Central Vigilance Commission- सुरेश एन पटेल ने बुधवार को केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (Central Vigilance Commission) के रूप में शपथ ग्रहण की। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में सुरेश एन पटेल के शपथ ग्रहण को लेकर जानकारी दी गई है। प्रेस रिलीज में बताया गया है कि सुरेश एन पटेल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (Central Vigilance Commission) के पद की शपथ दिलाई।

सुरेश एन पटेल ने ग्रहण की शपथ

प्रेस ट्रस्ट आफ इंडिया (PTI) ने पिछले महीने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि सुरेश एन पटेल जो कार्यवाहक केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (Central Vigilance Commission) के रूप में काम कर रहे हैं। उन्हें आयोग का प्रमुख बनाए जाने की संभावना है। हालांकि, उन्हें केंद्रीय सतर्कता आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई और सुरेश एन पटेल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के तौर पर शपथ दिलाई।

कई नामों को लेकर हुई चर्चा

इससे पहले ये भी खबर सामने आई थी कि खुफिया ब्यूरो (IB) के पूर्व प्रमुख अरविंद कुमार और उपभोक्ता मामलों के पूर्व सचिव अविनाश कुमार श्रीवास्तव की सतर्कता आयोग में सतर्कता आयुक्तों के तौर पर नियुक्ति किये जाने की संभावना है। केंद्रीय सतर्कता आयोग का नेतृत्व केंद्रीय सतर्कता आयुक्त करते हैं और इसमें दो सतर्कता आयुक्त हो सकते हैं। सतर्कता आयुक्त सुरेश एन पटेल जून 2021 से सीवीसी के तौर पर सेवा दे रहे हैं।

क्या होता केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग का काम

बता दें कि केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग की अवधारणा एक शीर्षस्‍थ सतर्कता संस्थान के रूप में की गई है। जो किसी भी कार्यकारी प्राधिकारी के नियंत्रण से मुक्‍त है। साथ ही केन्‍द्रीय सरकार के अन्‍तर्गत सभी सतर्कता गतिविधियों की निगरानी करता है। इसके अलावा केन्‍द्रीय सरकारी संगठनों में विभिन्‍न प्राधिकारियों को उनके सतर्कता कार्यों की योजना बनाने, पालन करने, समीक्षा करने तथा सुधार करने में सलाह देता है।