केंद्र ने राज्यों को किया अलर्ट: आ रहा त्योहारों का मौसम, भीड़ जमा होने से पहले लगाएं पाबंदियां
अगले माह से त्योहारों की शुरुआत हो रही है लेकिन इसके कारण लोगों की लगने वाली भीड़ का अंदेशा जताते हुए केंद्र की ओर से राज्यों को सतर्क किया गया है और कहा गया है कि स्थानीय पाबंदियां लगा दी जाएं।
By Monika MinalEdited By: Updated: Thu, 05 Aug 2021 09:45 AM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। Coronavirus Alert! देश के कई राज्यों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच आने वाले त्योहारों के मौसम को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने गुरुवार को सभी राज्यों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है। उन्होंने लिखित तौर पर कहा है कि स्थानीय पाबंदियां लगाने पर राज्य सरकार विचार करे ताकि आने वाले त्योहारों के मौके पर भीड़ या लोगों का समूह जमा न होने पाए। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में अभी भी रोज आने वाले कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है।
ICMR और NCDC का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि दोनों एजेंसियों की ओर से त्योहारों को लेकर लोगों की भीड़ जमा होने का अंदेशा जताया है जो सुपर स्प्रेडर इवेंट बन सकते हैं और कोरोना संक्रमण के मामले और अधिक तेजी से बढ़ेंगे। पत्र में लिखा है, 'इस आदेश के तहत आने वाले त्योहारों मुहर्रम (19 अगस्त), ओणम (21 अगस्त), जन्माष्टमी (30 अगस्त), गणेश चतुर्थी (10 सितंबर) और दुर्गा पूजा (5 - 15 अक्टूबर 2021) आदि में लोगों की भीड़ के जमा होने की संभावना को देखते हुए सलाह दी गई है कि राज्यों में स्थानीय प्रतिबंध लागू किए जाए ताकि ऐसा न हो।'
स्वास्थ्य सचिव द्वारा लिखे गए इस पत्र में कोरोना महामारी की दूसरी लहर से सामना करने को लेकर राज्यों की सराहना भी की गई है। लिखा है, 'देश में कोविड-19 की दूसरी लह र के दौरान आपका नेतृत्व सराहनीय है। पिछले माह हर दिन आने वाले नए मामलों में गिरावट देखी गई लेकिन कुछ राज्यों में अभी भी संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए 29 जून को गृह मंत्रालय द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत निर्देश जारी किया गया ताकि संक्रमण को रोकने के उपायों पर ध्यान दिया जाए। इसे ही अब लागू किया जा सकता है।'
बुधवार को भारत में 42,625 नए मामले दर्ज किए गए और 562 संक्रमितों की मौत हो गए। वहीं 24 घंटे में 36,668 रिकवरी भी दर्ज किए गए। इसके बाद देश में संक्रमण के मामलों का आंकड़ा 3,17,69,132 हो गया जिसमें से 3,09,33,022 लोग डिस्चार्ज हुए और 4,25,757 मौतें हो चुकी हैं।