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सैकड़ों जवानों की तैनाती, 71 घंटे में पुल तैयार; वायनाड भूस्खलन के बाद जब एक्शन में आई मोदी सरकार

वायनाड में भूस्खलन से आई त्रासदी के बाद केंद्र सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए राज्य को मदद पहुंचाई थी। सरकार ने सेना एनडीआरएफ समेत विभिन्न दलों के 1200 से अधिक जवान तैनात किए थे। साथ ही 100 से अधिक एंबुलेंस भी भेजी गई थीं। सेना ने 71 घंटो में पुल बनाया था जिससे 200 लोगों की जान बच सकी थी।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Sun, 11 Aug 2024 02:00 AM (IST)
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सेना ने वायनाड में 71 घंटों में 190 फुट लंबा बेली ब्रिज बनाया। (File Image)
पीटीआई, नई दिल्ली। केरल के वायनाड में भूस्खलन की त्रासदी के बाद केंद्र सरकार ने तत्काल कदम उठाते हुए घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्यों के लिए सेना, वायु सेना, नौसेना, एनडीआरएफ, अग्निशमन सेवाओं और सिविल डिफेंस सहित अन्य विभागों के 1,200 से अधिक कर्मचारियों को तैनात किया था।

आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि चिकित्सा सहायता और उपचार के लिए चिकित्सकों और अन्य कर्मचारियों के साथ 100 से अधिक एंबुलेंस तैनात की गईं। भारतीय सेना ने वायनाड में 190 फुट लंबा बेली ब्रिज (अस्थायी पुल) बनाया, जिससे प्रभावित स्थलों तक भारी साजो सामान और एंबुलेंस की आवाजाही सुनिश्चित हो सकी और राहत और बचाव कार्य में तेजी आई।

पुल से 200 लोगों की बचाई गई जान

इसके चलते पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण फंसे लगभग 200 लोगों को बचाने के लिए काम किया जा सका। यह पुल 71 घंटे में बनकर तैयार हो गया। उन्होंने बताया कि अब तक 520 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। एनडीआरएफ की बचाव टीमों द्वारा 112 शव बरामद किए गए हैं। इस साल केरल एसडीआरएफ के खाते में एक अप्रैल को लगभग 395 करोड़ रुपये थे।