आंध्र प्रदेश के 'CEO मुख्यमंत्री' की चौथी बार वापसी, चंद्रबाबू नायडू के सामने पहले के मुकाबले कितनी चुनौतियां?
तेलुगु देसम पार्टी के सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को चौथी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली । बता दें कि 2014 में आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद नायडू दूसरी बार सीएम बने हैं । आंध्र प्रदेश के विभाजन से पहले नायडू साल 1995 में पहली बार मुख्यमंत्री बने और उन्होंने लगातार नौ वर्षों तक यानी 2004 तक राज्य का नेतृत्व किया ।
अमरावती, पीटीआई। तेलुगु देसम पार्टी के सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को चौथी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। नायडू को सीईओ चीफ मिनिस्टर भी कहा जाता है। उनके साथ ही जनसेना पार्टी के मुखिया और अभिनेता पवन कल्याण, नायडू के बेटे और तेदेपा महासचिव नारा लोकेश समेत अन्य ने मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल एस अब्दुल नजीर ने विजयावाड़ा में आयोजित समारोह में नायडू और अन्य को शपथ दिलाई।
25 लोकसभा सीटों में से 21 सीटों पर विजय
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व जेपी नड्डा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहे। मंगलवार को अलग-अलग बैठकों में तेलुगु देसम विधायक दल और राजग के सहयोगियों ने नायडू को अपना नेता चुना। इस दक्षिणी राज्य में हाल ही में संपन्न हुए चुनावों में राजग के सहयोगियों तेदेपा, जनसेना और भाजपा ने कुल 175 विधानसभा सीटों में से 164 सीटें जीती थीं जबकि कुल 25 लोकसभा सीटों में से 21 सीटों पर विजय हासिल की थी।
नायडू ने कुप्पम सीट से फिर जीत हासिल की जबकि पवन और लोकेश ने क्रमश : पिथापुरम और मंगलगिरी विधानसभा क्षेत्रों से जीते। पवन कल्याण के नेतृत्व वाली पार्टी को 25 सदस्यीय मौजूदा मंत्रिमंडल में तीन और भाजपा को एक स्थान मिला है। आंध्र की 175 सदस्यीय विधानसभा में सीएम सहित 26 मंत्री हो सकते हैं।
175 सदस्यीय विधानसभा में कितने 26 मंत्री
नायडू और लोकेश के अलावा, तेदेपा विधायक के अच्चन्नायडू, पी नारायण, कोल्लू रवींद्र, निम्माला राम नायडू, अनिता वंगालापुडी, अनम रामनारायण रेड्डी, कोलुसु पार्थसारथी, एनएमडी फारूक, पय्यावुला केशव, ए सत्य प्रसाद, डोला श्री बाला वीरंजनेया स्वामी, गोट्टीपति रवि कुमार, गुम्मिडी संध्या रानी, बीसी जनार्दन रेड्डी, टीजी भारत, एस सविता, वासमसेट्टी सुभाष, कोंडापल्ली श्रीनिवास और मंडीपल्ली राम प्रसाद रेड्डी ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
ऐसा रहा नायडू का राजनीति सफर
जनसेना पार्टी से नादेंदला मनोहर, कंदुला दुर्गेश ने भी मंत्री पद की शपथ ली जबकि भाजपा की ओर से विधायक सत्य कुमार यादव मंत्री बने। बता दें कि 2014 में आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद नायडू दूसरी बार सीएम बने हैं। आंध्र प्रदेश के विभाजन से पहले नायडू, साल 1995 में पहली बार मुख्यमंत्री बने और उन्होंने लगातार नौ वर्षों तक यानी 2004 तक राज्य का नेतृत्व किया। इसके बाद वो साल 2014 में भी सीएम बने।पीएम ने नायडू को गले लगा थपथपाई पीठ
प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रबाबू नायडू को पदभार ग्रहण करने पर गले लगाया और उनकी पीठ थपथपाई। इसके बाद प्रधानमंत्री ने तेलुगु मेगास्टार चिरंजीवी और पवन कल्याण का हाथ थामा और उनसे बातचीत की। इसके अलावा उन्होंने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम, तमिल सुपरस्टार रजनीकांत और उनकी पत्नी लता से भी मंच पर संक्षिप्त बातचीत की। शपथ समारोह के बाद मोदी ने एक्स पर लिखा-'' आंध्र प्रदेश की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया। मुख्यमंत्री बनने पर नायडू और सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने वाले अन्य सभी लोगों को बधाई।'