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'Chandrayaan 3 की खुशी बयां नहीं कर सकता', ISRO प्रमुख ने अब सूर्य मिशन पर दी गुड न्यूज; पढ़ें और क्या बोले

ISRO chief Somnath on Chandrayaan 3 चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद दुनिया भर में भारत और इसरो की खूब तारीफ हो रही है। इसको लेकर अब इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ का बयान सामने आया है। सोमनाथ ने कहा कि यह वर्णन करना बहुत मुश्किल है कि चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद मेरे मन में क्या चल रहा था।

By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Thu, 24 Aug 2023 12:40 PM (IST)
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ISRO chief Somnath on Chandrayaan 3: चंद्रयान मिशन पर बोले सोमनाथ।
नई दिल्ली, एजेंसी। ISRO chief Somnath on Chandrayaan3 चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद दुनिया भर में भारत और इसरो की खूब तारीफ हो रही है। भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर यान की सफल लैंडिंग कराने वाला पहला देश बन गया है। इसको लेकर इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ का बयान सामने आया है।

सोमनाथ ने कहा,

यह वर्णन करना बहुत मुश्किल है कि मन में क्या चल रहा था। यह खुशी हो सकती है, यह उपलब्धि का सार हो सकता है और उन सभी को धन्यवाद देना हो सकता है, जिनका इसमें योगदान है।

सूर्य मिशन और गगनयान पर क्या बोले?

इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने सूर्य मिशन आदित्य एल-1 और गगनयान मिशन पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, 

सूर्य के लिए आदित्य मिशन सितंबर में लॉन्च के लिए तैयार हो रहा है। गगनयान पर अभी भी काम चल रहा है। हम क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए संभवतः सितंबर या अक्टूबर के अंत तक एक मिशन करेंगे।

सोनिया गांधी ने सोमनाथ को लिखा पत्र

चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने भारत इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को बधाई दी। सोनिया ने एक पत्र लिखते हुए कहा, ''मैं कल शाम से इसरो की शानदार उपलब्धि से रोमांचित हूं, यह सभी भारतीयों, विशेषकर युवा पीढ़ी के लिए बहुत गर्व और उत्साह की बात है।"

पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि इसरो की उत्कृष्ट क्षमताएं दशकों में बनी हैं। उन्होंने कहा कि इसरो के पास बेहतरीन लीडर है और सामूहिक प्रयास की भावना ने इसे हमेशा संचालित किया है। सोनिया ने कहा कि इसरो साठ के दशक से आत्मनिर्भर है।

चंद्रयान -3 मिशन का एक बड़ा काम पूरा

बता दें कि योजना के अनुसार बुधवार शाम को लैंडर ने सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित रूप से स्थापित हुआ। भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया। लैंडर लगभग 3.84 लाख किमी से अधिक की यात्रा करने के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरा। लैंडिंग के साथ, 600 करोड़ रुपये के चंद्रयान -3 मिशन का एक बड़ा काम पूरा हो गया है।