Chandrayaan-3 के लिए आज का दिन खास, चंद्रमा के और करीब पहुंचेगा यान; इस तरह कर सकेंगे लाइव ट्रैक
Chandrayaan-3 Update चंद्रयान 3 पर इसरो ने नया अपडेट दिया है। इसरो के अनुसार यान आज यानी 5 अगस्त को लगभग शाम 7 बजे चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा। अपडेट में बताया गया कि फिलहाल चंद्रयान सही तरह से काम कर रहा है। चंद्रयान आज लूनर ऑर्बिट इंजेक्शन (एलओआई) के जरिए अपनी कक्षा बदलकर चंद्रमा के ऑर्बिट में जाएगा।
By Mahen KhannaEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sat, 05 Aug 2023 04:25 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Chandrayaan 3 की सफल लॉन्चिंग के बाद इस मिशन के लिए आज का दिन भी काफी खास है। इसरो के अनुसार, आज चंद्रयान चंद्रमा के ऑर्बिट (कक्षा) में प्रवेश करेगा। अब तक अंतरिक्ष यान 14 जुलाई को लॉन्च होने के बाद से चंद्रमा की लगभग दो-तिहाई दूरी तय कर चुका है।
चंद्रयान पर नया अपडेट
Chandrayaan3 पर इसरो ने नया अपडेट दिया है। इसरो के अनुसार, यान आज यानी 5 अगस्त को लगभग शाम 7 बजे चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा। अपडेट में बताया गया कि फिलहाल चंद्रयान सही तरह से काम कर रहा है। चंद्रयान आज लूनर ऑर्बिट इंजेक्शन (एलओआई) के जरिए अपनी कक्षा बदलकर चंद्रमा के ऑर्बिट में जाएगा।
चंद्रमा के उलटे चक्कर लगाएगा यान
चंद्रयान अभी धरती के जिस तरफ चक्कर लगा रहा था, आज से वो चंद्रमा के चारो ओर उलटी दिशा में चक्कर लगाएगा। यान पहले अंडाकार ऑर्बिट में चक्कर लगाएगा, इसके बाद 100 किमी की दूरी रहने पर यह गोलाकार ऑर्बिट में चक्कर लगाएगा।दरअसल, चंद्रयान चांद के पांच चक्कर लगाएगा। फिलहाल पहले चक्कर में ये यान 40 हजार किमी वाले कक्षा में स्थापित होगा, इसके बाद कल 6 अगस्त को दूसरे 20 हजार वाले कक्षा और फिर 9 अगस्त को तीसरे में 5 हजार किमी वाले कक्षा में स्थापित होगा। इसके बाद चंद्रयान 14 अगस्त को चौथे कक्षा में 1000 किमी और फिर अतिम 16 अगस्त को 100 किमी वाले कक्षा में स्थापित होकर चक्कर लगाएगा।
कर सकेंगे लाइव ट्रैक
चंद्रयान को लाइव ट्रैक करने के लिए इसरो अपने बेंगलुरू के टेलिमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (ISTRAC) से गति, ढांचे और दिशा पर लगातार नजर रख रहा है। इसरो ने आम लोगों के लिए भी एक लाइव ट्रैकर (Chandrayaan 3 Live Tracker) लॉन्च किया है। इस ट्रैकर से आप अंतरिक्ष में यान कहां है, ये पता लगा सकते हैं।इसरो ने चंद्रमा मिशन का उद्देश्य बताया
- चंद्रयान चंद्रमा की निकट-सतह प्लाज्मा (आयन और इलेक्ट्रॉन) घनत्व को मापेगा।
- यह ध्रुवीय क्षेत्र के निकट चंद्रमा की सतह के तापीय गुणों का भी मापेगा।
- चंद्रयान-3 लैंडिंग स्थल के आसपास भूकंपीयता को भी मापेगा और चांद की परत की संरचना का चित्रण करेगा।
- चंद्रमा की मिट्टी का भी अध्ययन करेगा ये यान।
चंद्रयान आगे क्या करेगा?
चांद के ऑर्बिट के चक्कर लगाने के बाद चंद्रयान से 17 अगस्त को विक्रम और लैंडर अलग हो जाएगा। इसके बाद 23 अगस्त को चंद्रयान चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा।