भारत लौटते ही ISRO मुख्यालय जाएंगे PM Modi, Chandrayaan-3 मिशन में शामिल वैज्ञानिकों से करेंगे मुलाकात
PM Modi Meet ISRO Scientists पीएम मोदी शुक्रवार को अपनी दो देशों की यात्रा समाप्त करने के बाद सीधे कर्नाटक के बेंगलुरु जाएंगे। यहां वह चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) मिशन में शामिल इसरो टीम के वैज्ञानिकों से मुलाकात करेंगे।मालूम हो कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) ने बुधवार यानी 23 अगस्त 2023 को चंद्रयान -3 के लैंडर विक्रम को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करा कर इतिहास रच दिया था।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Fri, 25 Aug 2023 06:39 AM (IST)
नई दिल्ली, एएनआई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अपनी दो देशों की यात्रा समाप्त करने के बाद सीधे कर्नाटक के बेंगलुरु जाएंगे। यहां वह चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) मिशन में शामिल इसरो टीम के वैज्ञानिकों से मुलाकात करेंगे। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में आयोजित 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के समापन के बाद पीएम मोदी गुरुवार को ग्रीस की यात्रा पर रवाना हो गए।
विक्रम लैंडर के सॉफ्ट लैंडिंग की पीएम मोदी भी बने थे गवाह
मालूम हो कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) ने बुधवार यानी 23 अगस्त, 2023 को चंद्रयान -3 के लैंडर विक्रम को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करा कर इतिहास रच दिया था। इस दौरान पीएम मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम जुड़े रहे और बाद में उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों एवं देशवासियों को दक्षिण अफ्रीका से ही संबोधित किया था।
पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग पर क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग को अविस्मरणीय और अभूतपूर्व क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह विकसित भारत का शंखनाद है। भारत की यह उड़ान चंद्रयान से भी आगे जाएगी। पीएम ने इस दौरान सूर्य मिशन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही इसरो आदित्य एल-1 मिशन भी लॉन्च करेगा, जिससे सूर्य का विस्तृत अध्ययन किया जा सकेगा। इसके बाद शुक्र और सौरमंडल के सामर्थ्य को परखने के लिए दूसरे अभियान भी शुरू किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब चांद से जुड़े मिथक भी बदल जाएंगे। इसके साथ ही नई पीढ़ी के लिए कहावतें भी बदल जाएंगी। पहले कहा जाता था कि चंदा मामा दूर के... लेकिन अब लोग कहेंगे चंदा मामा बस एक टूर के....
पीएम मोदी ने इस दौरान देश के पहले मानव मिशन गगनयान की भी जानकारी दी और कहा कि इसके लिए तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने अंतरिक्ष अभियानों के जरिए बार-बार यह साबित कर रहा है कि आकाश की कोई सीमा नहीं है।