Chandrayaan-3 Video: 'चंदामामा के आंगन में जैसे खेल रहा हो...', नए वीडियो में गोल-गोल घूमता दिखा प्रज्ञान रोवर
Chandrayaan 3 Pragyan rover Video इसरो द्वारा जारी नए वीडियो में रोवर खास अंदाज में दिख रहा है। रोवर सुरक्षित मार्ग की तलाश में गोल-गोल घूम रहा है। रोटेशन को लैंडर इमेजर कैमरे ने कैद किया है। इसरो ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ऐसा महसूस हो रहा है मानो कोई बच्चा चंदामामा के आंगन में अठखेलियां कर रहा हो और मां प्यार से देख रही हो।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Chandrayaan 3 Pragyan rover Video चंद्रयान 3 की चांद पर सफल लैंडिग के बाद अब प्रज्ञान रोवर और लैंडर विक्रम नई-नई तस्वीरें साझा कर रहे हैं। इस बीच आज फिर इसरो ने लैंडर द्वारा बनाई गई एक वीडियो जारी की है।
जैसे चंदामामा के आंगन में अठखेलियां कर रहा हो...
इस वीडियो में रोवर (Chandrayaan 3 Pragyan rover Video) खास अंदाज में दिख रहा है। दरअसल, वो सुरक्षित मार्ग की तलाश में गोल गोल घूम रहा है। रोटेशन को लैंडर इमेजर कैमरे द्वारा लिया गया है। इस पर इसरो ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ऐसा महसूस हो रहा है मानो कोई बच्चा चंदामामा के आंगन में अठखेलियां कर रहा हो और मां प्यार से देख रही हो।
Chandrayaan-3 Mission:
The rover was rotated in search of a safe route. The rotation was captured by a Lander Imager Camera.
It feels as though a child is playfully frolicking in the yards of Chandamama, while the mother watches affectionately.
Isn't it?🙂 pic.twitter.com/w5FwFZzDMp— ISRO (@isro) August 31, 2023
चांद पर सल्फर की फिर हुई पुष्टि
इससे पहले इसरो ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर विक्रम लैंडर द्वारा जारी एक और फोटो पोस्ट किया था। इसमें रोवर लेजर-प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (LIBS) उपकरण द्वारा चांद पर नए तत्वों को खोजते देखा जा रहा है। इसरो ने बताया कि इस उपकरण ने भी अब चांद पर सल्फर होने की पुष्टि की है।
Chandrayaan-3 Mission:
In-situ Scientific Experiments
Another instrument onboard the Rover confirms the presence of Sulphur (S) in the region, through another technique.
The Alpha Particle X-ray Spectroscope (APXS) has detected S, as well as other minor elements.
This… pic.twitter.com/lkZtz7IVSY— ISRO (@isro) August 31, 2023
पहले भी हो चुकी पुष्टि
चांद पर सल्फर, ऑक्सीजन, टाइटेनियम, मैंगनीज, सिलिकॉन और आयरन समेत कई तत्व मिलने की पुष्टि इसरो पहले भी कर चुका है।