अब इस अफ्रीकी देश से भारत लाए जाएंगे चीते, कूनो नेशनल पार्क में किया जाएगा क्वारंटाइन
दिसंबर के अंत तक बोत्सवाना से आठ और चीते भारत लाए जाएंगे, जिन्हें पहले कूनो अभयारण्य में क्वारंटाइन किया जाएगा। बाद में, उन्हें गुजरात के बन्नी अभयारण्य में स्थानांतरित करने की योजना है। 2022 और 2023 में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों के बाद, भारत में चीतों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है, जिनमें देशी चीते भी शामिल हैं।

चीतों को नई खेप को भी कूनो अभयारण्य में ही शुरूआत में रखा जाएगा (प्रतीकात्मक तस्वीर)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश में चीतों की एक और नई खेप अब दिसंबर के अंत तक आ सकती है। इनमें कुल आठ चीते लाएं जाएंगे । यह सभी अफ्रीका देश बोत्सवाना से आएंगे। इन चीतों को फिलहाल भारतीय वन्य जीव अधिकारियों की देखरेख में बोत्सवाना में ही क्वारंटाइन कर दिया गया है।
चीतों को नई खेप को भी मध्य प्रदेश के कूनो अभयारण्य में ही शुरूआत में रखा जाएगा। इसके बाद इन्हें कहीं दूसरी जगह स्थानांतरित करने को लेकर फैसला लिया जाएगा। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोमवार को यह जानकारी साझा की और बताया कि इन चीतों को बोत्सवाना से लाकर कूनो में ही रखा जाएगा, क्योंकि कूनो में ही इन्हें रखने के लिए विशेष क्वारंटाइन सेल बने है।
गुजरात के बन्नी अभयारण्य में रखा जाएगा
सूत्रों की मानें तो कुछ समय तक इन्हें कूनों में रखने के बाद इन्हें गुजरात के बन्नी अभयारण्य में स्थानांतरित किया जा सकता है। जिसे पिछले कई सालों के चीतों के एक ब्रीडिंग सेंटर के रूप में तैयार किया जा रहा है। बोत्सवाना में मौजूदा समय में चीतों की आबादी करीब सत्रह सौ है।
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक 2022 और 2023 में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से देश में दो खेपों में 20 चीतों को लाया गया था। हालांकि मौजूदा समय में देश में इनकी संख्या बढ़कर 27 हो गई है।
इनमें से 24 कूनो में और तीन गांधी सागर अभयारण्य में रखे गए है। सूत्रों के मुताबिक इनमें से लाए गए 20 चीतों में सिर्फ 11 ही पुराने है, बाकी सभी देश में जन्मे है। इनमें एक व्यस्क भी हो गया है जबकि तीन और अगले कुछ महीनों में व्यस्क होने वाले है।

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