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केम प्लूटो हमला: नौ सेना जांच रिपोर्ट से तय होगी भारत की कूटनीति,अमेरिका का दावा- इरान ने कराया हमला

रक्षा क्षेत्र के सूत्रों ने बताया एमवी केम प्लूटो पर हुए हमले की जांच भारतीय नौ सेना ने शुरू कर दी है। हमले की सूचना मिलने के फौरन बाद ही भारतीय नौ सेना और कोस्ट गार्ड ने इस पूरे क्षेत्र में अपने कुछ पोतों की तैनाती कर दी है।भारत के समुद्री सीमा में निगरानी बढ़ा दी गई है। युद्धक पोतों के साथ ही निगरानी पोतों को भी तैनात किया गया।

By Jagran News Edited By: Nidhi Avinash Updated: Sun, 24 Dec 2023 08:41 PM (IST)
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नौ सेना जांच रिपोर्ट से तय होगी भारत की कूटनीति (Imag: Jagran)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो पर अरब सागर में भारतीय तट पर ड्रोन से किया गया हमला भारत के लिए एक नए तरह की कूटनीतिक चुनौती पैदा कर सकती है। पहले इस हमले के पीछे यमन के हूती आतंकियों का हाथ होने की संभावना थी लेकिन अब अमेरिका ने कहा है कि इस पर हमला इरान ने किया है।

भारत ने इस आरोप को लेकर देर शाम तक आधिकारिक तौर पर प्रतिक्रिया नहीं जताई है लेकिन इस बारे में भारतीय नौ सेना ने अपनी जांच शुरू कर दी है। इस बारे में दूसरे देशों के साथ भी बातचीत की जा रही है। नौ सेना की तरफ से जांच पर रिपोर्ट आने के बाद ही भारत सरकार अपना अगला कूटनीतिक कदम तय करेगी।

केम प्लूटो पर हुए हमले की जांच शुरू

रक्षा क्षेत्र के सूत्रों ने बताया एमवी केम प्लूटो पर हुए हमले की जांच भारतीय नौ सेना ने शुरू कर दी है। हमले की सूचना मिलने के फौरन बाद ही भारतीय नौ सेना और कोस्ट गार्ड ने इस पूरे क्षेत्र में अपने कुछ पोतों की तैनाती कर दी है। भारत के समुद्री सीमा में (खास तौर पर ¨हद महासागर से जुड़े) में निगरानी बढ़ा दी गई है। इस इलाके में युद्धक पोतों के साथ ही निगरानी पोतों को भी तैनात किया गया है।

भारतीय कोस्ट गार्ड के जहाज आइसीजीएस विक्रम की निगरानी में क्षतिग्रस्त पोत को मुंबई की तरफ लाने की सूचना है। नौ सेना की तरफ से भेजे गया युद्धक पोत आइएनएस मोर्मुगाव केम प्लूटो पर हुए हमले से जुड़ी सारी जानकारी एकत्रित कर रहा है। इस पूरे प्रकरण पर भारत सरकार की भावी कूटनीति इस जांच के परिणाम से तय हो सकती है।

इरान पर अमेरिका की तरफ से नये प्रतिबंध लगाने की कोशिश

वैसे यह कि इस हमले के बाद इरान पर अमेरिका की तरफ से नये प्रतिबंध लगाने की कोशिश होगी। भारत को इरान व अमेरिका के खराब रिश्तों का पूरा भान है इसलिए वह कोई कूटनीतिक असर वाला आधिकारिक टिप्पणी देने से बच रहा है। लेकिन अगर जांच में कोई बात सामने आती है तो निश्चित तौर पर इरान के समक्ष उठाएगा।

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन की तरफ से रविवार सुबह जारी बयान में कहा गया है कि, “केम प्लूटो जहाज जापानी कंपनी के तहत लेकिन नीदरलैंड की तरफ से संचालित जहाज है। इस पर भारतीय सीमा से 200 नौटिकल मील की दूरी पर इरान से संचालित ड्रोन हमला किया गया। इससे किसी की जान नहीं गई है और आग पर भी जल्द ही काबू पा लिया गया। अमेरिकी नौ सैनिक बल इस जहाज के संपर्क में है और यह भारतीय सीमा की तरफ जा रहा है। यह इरान की तरफ से वर्ष 2021 के बाद कारोबारी जहाजों पर सातवां हमला है।'

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