Vande Bharat Train: चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल रन आज से, ये हैं ट्रेन की खासियत
आज से चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल रन शुरू हो गया है। दक्षिण भारत की पहली और देश की यह पांचवीं वंदे भारत ट्रेन है। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर देशभर 75 वंदे भारत ट्रेनें चलाने का लक्ष्य रखा गया है।
By TilakrajEdited By: Updated: Mon, 07 Nov 2022 09:25 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। वंदे भारत एक्सप्रेस देशभर में तेजी से विस्तार हो रहा है। अब दक्षिण भारत को भी पहली वंदे भारत एक्सप्रेस मिलने जा रही है। चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल रन आज से चेन्नई के एमजी रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन से शुरू हो रहा है। बता दें कि देशभर में अब तक 4 वंदे भारत ट्रेन चल रही हैं, जिनका लोग भरपूर लाभ उठा रहे हैं। चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस इस कैटेगरी की देश में पांचवीं ट्रेन होगी।
लगभग 500 km का सफर सिर्फ 6 घंटे 40 मिनट में होगा तय
चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस कई मायनों में खास है। चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल रन आज से शुरू हो गया है। जल्द ही इसे आमलोगों की सेवा में उपलब्ध करा दिया जाएगा। चेन्नई-मैसूर वंदे भारत से 497 किलोमीटर का सफर केवल 6 घंटे 40 मिनट में तय हो जाएगा। बता दें कि यह 52 सेकेंड में 100 मील प्रति घंटे की गति पकड़ लेगी।
PM मोदी दिखा सकते हैं चेन्नई-मैसूर वंदे भारत को हरी झंडी
बताया जा रहा है कि चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल रन पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक से इसे हरी झंडी दिखाएंगे। भारतीय रेलवे के संचालन में चलाई जाने वाली यह सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन बिजली पर चलती है। ये अब तक लॉन्च हो चुकी ट्रेन में सबसे आधुनिक संस्करण है। ऐसे में यह पिछली चार वंदे भारत ट्रेन से खास है।चेन्नई-मैसूर वंदे भारत ट्रेन में ये हैं खासियत
यचेन्नई-मैसूर वंदे भारत ट्रेन तकनीक में बेहद उच्च है। यही वजह है कि ये दूसरी साधारण ट्रेनों के मुकाबले तेज गति प्राप्त कर पाती हैं। साथ ही ये ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित कोच से लेस होती हैं। आरामदायक सीट (आगे पीछे झुकने की सुविधा वाली सीट) से सफर में थकान महसूस ही नहीं होती है। वंदे भारत ट्रेनों में दो भाग होते हैं, पहला एक्जिक्यूटिव और दूरी इकोनॉमी कार और इनके किराये में भी अंतर होता है। 1128 यात्रियों की क्षमता वाली इस ट्रेन में 16 कोच होंगे।इसे भी पढ़ें: : वंदे भारत और तेजस एक्सप्रेस की तर्ज पर चंडीगढ़-नई दिल्ली शताब्दी भी होगी आटोमेटिक डोर से लैस