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छत्तीसगढ़ के सीएम बोले- ईसाइयों के खिलाफ नहीं लेकिन गोहत्या...', मणिपुर के मुख्यमंत्री ने कहा- नहीं बसने देंगे विदेशी लोगों के अवैध गांव

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शनिवार को कहा कि मानवीय आधार पर आश्रय मांगने वालों को आश्रय देने से इनकार नहीं किया जा सकता है लेकिन विदेशियों को राज्य में घुसपैठ करने और अवैध गांव बसाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। प्रशासन को उन लोगों का बायोमेट्रिक विवरण एकत्र करने की जरूरत है जिन्होंने म्यांमार से भागने के बाद कामजोंग जिले में शरण ली है।

By AgencyEdited By: Mohammad SameerUpdated: Sun, 17 Dec 2023 03:00 AM (IST)
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छत्तीसगढ़ और मणिपुर के मुख्यमंत्री (फाइल फोटो)

एएनआई, रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि वह ईसाई धर्म को अपने धार्मिक विश्वास के रूप में मानने वाले लोगों के खिलाफ नहीं हैं, उन्होंने कहा कि उनकी चिंताएं गायों की हत्या और मतांतकर जैसे कार्यों को लेकर है।

अपने निर्वाचन क्षेत्र कुनकुरी में स्थित एशिया के दूसरे सबसे बड़े चर्च की उपस्थिति पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि-

हम ईसाई लोगों के खिलाफ नहीं हैं, इसके बजाय, हम गाय की हत्या और मतांतरण जैसे कुछ कृत्यों का विरोध करते हैं। हम हिंदू गाय को अपनी माता मानते हैं और मानते हैं कि उसमें देवताओं के साथ-साथ देवी-देवताओं का भी वास है और हम उसकी पूजा करते हैं। इसलिए कृपया गायों को मारना बंद करें क्योंकि उपभोग करने के लिए कई अन्य चीजें हैं।

मानवीय आधार पर शरण देंगे लेकिन...: बीरेन सिंह

पीटीआई, इंफाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शनिवार को कहा कि मानवीय आधार पर आश्रय मांगने वालों को आश्रय देने से इनकार नहीं किया जा सकता है, लेकिन विदेशियों को राज्य में घुसपैठ करने और अवैध गांव बसाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। बीरेन सिंह ने कहा कि प्रशासन को उन लोगों का बायोमेट्रिक विवरण एकत्र करने की जरूरत है जिन्होंने म्यांमार से भागने के बाद कामजोंग जिले में शरण ली है। 

एक अधिकारी ने कहा कि नवंबर में पड़ोसी देश में ताजा हिंसा के बाद म्यांमार से लगभग 2,060 लोग सीमावर्ती जिले कामजोंग में पांच स्थानों पर आए हैं।

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