गुजरात विधानसभा चुनावों की घोषणा को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त की सफाई, कहा- आयोग करता है परंपराओं का पालन
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का कहना है कि चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने में आयोग परंपराओं का पालन करता है। 2017 में भी दोनों राज्यों के चुनावों की घोषणा अलग-अलग तिथियों पर की गई थी लेकिन मतगणना एक ही तिथि पर कराई गई थी।
नई दिल्ली, प्रेट्र: हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात विधानसभा चुनावों का एलान नहीं किए जाने पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बड़े-बड़े वादे करने व उद्घाटन करने के लिए और समय मिल गया है। इसलिए यह बिल्कुल भी आश्चर्यजनक नहीं है। हालांकि, इस बारे में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का कहना है कि चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने में आयोग परंपराओं का पालन करता है। 2017 में भी दोनों राज्यों के चुनावों की घोषणा अलग-अलग तिथियों पर की गई थी, लेकिन मतगणना एक ही तिथि (18 दिसंबर) पर कराई गई थी। 2017 में गुजरात चुनावों का एलान 25 अक्टूबर को हुआ था।
पीएम मोदी से मिले शाह, गुजरात सीएम व प्रदेश अध्यक्ष
हिमाचल प्रदेश के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के कुछ घंटों बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख सीआर पाटिल के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि यह बैठक प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर हुई और संभवत: तीनों नेताओं ने प्रधानमंत्री के साथ गुजरात से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का बिगुल बजा
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। चुनाव आयोग ने प्रदेश की सभी 68 सीटों पर एक ही चरण में चुनाव कराने का फैसला लिया है। इसके तहत मतदान 12 नवंबर को होगा जबकि नतीजे आठ दिसंबर को आएंगे। सभी सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया 17 अक्टूबर से ही शुरू हो जाएगी, जिसकी अंतिम तारीख 25 अक्टूबर तक रहेगी। वहीं इसके ऐलान के साथ ही प्रदेश में आदर्श चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गई है।