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'हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन सीमाओं पर हालात मुश्किल', भारत और चीन सीमा विवाद पर बोले चीनी राजदूत मा जिया

India-China relations भारत में चीनी दूतावास की प्रभारी राजदूत मा जिया ने कहा कि भारत और चीन को सीमाओं के हालात को देखते हुए मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा लेकिन दोनों ही देश युद्ध या टकराव नहीं चाहते हैं।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Thu, 23 Mar 2023 12:34 AM (IST)
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भारत और चीन सीमा विवाद पर बोले चीनी राजदूत मा जिया (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, एजेंसी। भारत में चीनी दूतावास की प्रभारी राजदूत मा जिया ने कहा कि भारत और चीन को सीमाओं के हालात को देखते हुए मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन दोनों ही देश युद्ध या टकराव नहीं चाहते हैं।

'भारत और चीन की सीमा पर मौजूदा स्थिति स्थिर'

मीडिया को संबोधित करते हुए बुधवार को कार्यकारी प्रभारी मा जिया ने कहा कि भारत और चीन की सीमा पर मौजूदा स्थिति स्थिर है। स्थापित चैनलों के जरिये संवाद कायम रखना जरूरी है। दोनों देशों के बीच कुछ कठिनाई हैं, लेकिन हमें इसका सामना करना होगा। हम में से कोई भी युद्ध नहीं चाहता है। ना ही हममें से कोई सीमा पर टकराव चाहता है।

'सीमा के मुद्दों का सालों पुराना इतिहास है'

उन्होंने कहा कि सीमा के मुद्दों का सालों पुराना इतिहास है। इसलिए किसी समझौते पर पहुंचना आसान नहीं है। इसीलिए हम बातचीत हमेशा जारी रखते हैं। मेरे विचार से दोनों पक्षों की नीयत संबंधों को सुधारने की है। उन्होंने कहा कि बाली में जी-20 सम्मेलन के बाद से यूक्रेन के मुद्दे को लेकर हालात बहुत तनावपूर्ण हैं। और अब परिस्थितियों को संभालना और भी मुश्किल है।

पुतिन और चिनफिंग की मुलाकात के बाद आया बयान

भारत में चीनी दूतावास की प्रभारी राजदूत मा जिया का यह बयान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद आया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मंगलवार को बीजिंग के प्रस्ताव पर चर्चा की। मास्को में वार्ता के दौरान यूक्रेन में संघर्ष विराम पर बातचीत हुई। चीन ने रूस को यूक्रेन युद्ध संकट को खत्म करने के लिए एक प्रस्ताव भेजा था।