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भारत से लगी सीमा पर वर्षों से निर्माण कार्य में जुटा है चीन, 1959 में कब्जाई जमीन पर बनाया गांव: रिपोर्ट

सूत्रों ने रिपोर्ट के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया वर्षों से उन्होंने(चीन) क्षेत्र में एक सैन्य चौकी बनाए रखी है और चीनियों द्वारा किए गए विभिन्न निर्माण कार्य थोड़े बहुत समय की देन नहीं है। यानी काफी समय से चीन लगातार भारत के खिलाफ साजिश रच रहा है।

By Nitin AroraEdited By: Updated: Tue, 09 Nov 2021 01:58 PM (IST)
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भारत से लगी सीमा पर वर्षों से निर्माण कार्य में जुटा है चीन, 1959 में कब्जाई जमीन पर बनाया गांव
नई दिल्ली, एएनआइ। भारत चीन का सीमा विवाद किसी से छुपा नहीं है और पिछले साल दोनों देशों की सेनाओं के बीच संघर्ष भी देखने को मिला था। वहीं, बीते दिन एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें बताया गया था कि चीन ने तिब्बत के विवादित इलाके में भारत के अरुणाचल प्रदेश के नजदीक करीब 100 घरों वाला एक गांव बना लिया है। यह बात अमेरिका के रक्षा विभाग की वार्षिक रिपोर्ट में कही गई थी। चीन की गतिविधियों पर यह रिपोर्ट कांग्रेस के समक्ष रखी गई है। इस बीच इसी रिपोर्ट में भारत-चीन सीमा के साथ एलएसी में चीनी गांव के संबंध में कुछ और जानकारियां सूत्रों के हवाले से सामने आई है। इसमें बताया गया है कि ऊपरी सुबनसिरी जिले में विवादित सीमा पर स्थित गांव चीन द्वारा नियंत्रित क्षेत्र में है।

सूत्रों ने रिपोर्ट के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया, 'वर्षों से, उन्होंने(चीन) क्षेत्र में एक सैन्य चौकी बनाए रखी है और चीनियों द्वारा किए गए विभिन्न निर्माण कार्य थोड़े बहुत समय की देन नहीं है।' यानी पिछले काफी समय से चीन लगातार भारत के खिलाफ साजिश रच रहा है।

सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्र बताते हैं, 'अरुणाचल प्रदेश में सीमा पर लोंगजू घटना के नाम से जाने जाने वाले एक आपरेशन में 1959 में असम राइफल्स पोस्ट पर कब्जा करने के बाद पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के कब्जे वाले क्षेत्र में चीन द्वारा गांव का निर्माण किया गया है।'

बता दें कि कुछ दिनों पहले जारी अमेरिका रक्षा विभाग की रिपोर्ट में साफ कहा गया था कि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा के करीब बुनियादी सुविधाओं के विकास को लेकर अक्सर भारत पर आरोप लगाता रहता है। जबकि वास्तव में चीन यह कार्य खुद तेजी से कर रहा है। कई इलाकों में वह रेलवे लाइन भी बिछा चुका है जिस पर तेज गति से ट्रेन चल सकती हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि भड़कावे की कार्रवाई करते हुए चीन ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर अपनी सेना को आगे बढ़ा दिया है और अब उसे पीछे करने से इन्कार कर रहा है। जिन इलाकों में उसकी सेना आगे आ गई है, वहां पर चीन अब आधारभूत ढांचा विकसित कर रहा है। चीन का सरकार नियंत्रित मीडिया इसे अपनी सेना का अतिक्रमण नहीं मान रहा। कब्जा की हुई जमीन को अपनी जमीन बता रहा है। चीनी मीडिया सीमा पर बनी गतिरोध की स्थिति के लिए भारत के अमेरिका के साथ गहरे संबंधों को कारण बता रहा है। कह रहा है कि अमेरिका के इशारे पर भारत विवाद की स्थिति बनाए हुए है जिससे इलाके में तनाव बढ़े।