Chinese Visa Case: ईडी के सामने फिर से पेश नहीं होंगे कार्ति चिदम्बरम, मांगा और समय
चीनी वीजा मामले में कार्ति चिदम्बरम ( Karti Chidambaram) ने ईडी की जांच ( Chinese Visa Case) को बेतुका बताया है। संघीय एजेंसी ने सबसे पहले 52 वर्षीय विधायक को 12 दिसंबर को दिल्ली में मामले के जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा था। संसद सत्र में अपनी व्यस्तता का हवाला देने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें 16 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sat, 16 Dec 2023 04:31 PM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। Chinese Visa Case: कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने शनिवार को ईडी के सामने पेश होने से छूट मांगी है। 2011 में कुछ चीनी नागरिकों को वीजा जारी करने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें नए समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया था। हालांकि, चिदंबरम को दस्तावेज एकत्र करने के लिए समय की आवश्यकता है।
संघीय एजेंसी ने सबसे पहले 52 वर्षीय विधायक को 12 दिसंबर को दिल्ली में मामले के जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा था। संसद सत्र में अपनी व्यस्तता का हवाला देने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें 16 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा।
50 लाख की रिश्वत का आरोप
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एफआईआर के अनुसार, 2022 का ईडी मामला वेदांत समूह की कंपनी तलवंडी साबो पावर लिमिटेड (टीएसपीएल) के एक शीर्ष कार्यकारी द्वारा कार्ति और उनके करीबी सहयोगी एस भास्कररमन को रिश्वत के रूप में 50 लाख रुपये का भुगतान करने के आरोपों से संबंधित है।कार्ति ने अपने वकील के माध्यम से मामले के जांच अधिकारी को अपना चुनावी हलफनामा, आयकर रिटर्न, बैंक खातों और अचल संपत्ति का विवरण संलग्न करते हुए लगभग 100 पन्नों का जवाब भेजा है, जबकि उन्होंने शनिवार को पेश होने से छूट मांगी है और साथ ही समय भी मांगा है। यह कहते हुए कि वह एजेंसी के सामने पेश होने और जांच में सहयोग करने के इच्छुक हैं, कार्ति के वकील ने कहा कि उनके पास कुछ तर्क हैं।
कार्ति ने ED से मांगा और समय
सांसद ने पत्र में कहा कि उनसे मांगी गई जानकारी और दस्तावेज कुछ नहीं हैं और इस जांच में उनके और उनके परिवार के सदस्यों के व्यक्तिगत वित्तीय मामलों को बुलाने का कोई कारण नहीं है। कार्ति ने ईडी को बताया कि "जांच में सहयोग करने की भावना" में, उन्होंने पहले ही मांगे गए दस्तावेज और रिकॉर्ड एजेंसी को सौंप दिए हैं, जबकि उनके वित्तीय मामलों से संबंधित जानकारी उनके चुनावी हलफनामे के माध्यम से सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध थी।सांसद ने हवाला दिया कि उन्होंने 2018-2019 के बीच आईएनएक्स मीडिया और एयरसेल-मैक्सिस मामले में ईडी को ये दस्तावेज 19 बार सौंपे हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में कार्ति ने समाचार एजेंसी PTI से कहा था कि यह मामला 'सबसे फर्जी' है। सीबीआई ने पिछले साल चिदंबरम परिवार के परिसरों पर छापा मारा था और भास्कररमन को गिरफ्तार किया था, जबकि कार्ति से पूछताछ की गई थी।यह भी पढ़ें: India Oman Ties: PM मोदी और ओमान के सुल्तान के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता, भविष्य के लिए साझेदारी पर बनी सहमति
यह भी पढ़ें: PM Modi To Visit Varanasi: PM मोदी का 17-18 दिसंबर को होागा सूरत और वाराणसी का दौरा, कई विकास परियोजनाओं का करेंगे शुभारंभ