उडुपी पैरामेडिकल कॉलेज वीडियो मामले की जांच में आई तेजी, CID ने पीड़िता और आरोपी छात्राओं के बयान किए दर्ज
उडुपी पैरामेडिकल कॉलेज (Udupi paramedical college) में वॉशरूम वीडियो मामले की जांच कर रही विशेष शाखा आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने इस पूरे घटनाक्रम की जांच में तेजी कर दी है। एसपी राघवेंद्र और डीवाईएसपी अंजुमला नायक के नेतृत्व में सीआईडी अधिकारियों ने पीड़िता आरोपी छात्राओं के साथ-साथ कॉलेज प्रबंधन के प्रतिनिधियों के भी बयान दर्ज किए हैं। फाइल फोटो।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 10 Aug 2023 04:16 PM (IST)
मंगलुरु, पीटीआई। उडुपी पैरामेडिकल कॉलेज (Udupi paramedical college) में वॉशरूम वीडियो मामले की जांच कर रही विशेष शाखा आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने इस पूरे घटनाक्रम की जांच में तेजी कर दी है। एसपी राघवेंद्र और डीवाईएसपी अंजुमला नायक के नेतृत्व में सीआईडी अधिकारियों ने पीड़िता, आरोपी छात्राओं के साथ-साथ कॉलेज प्रबंधन के प्रतिनिधियों के भी बयान दर्ज किए हैं। सीआईडी ने इस दौरान घटनास्थल से उंगलियों के निशान भी एकत्र किए।
सीआईडी कर रही है मामले की जांच
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में टीम ने घटनास्थल पर दृश्य को फिर से बना सकती है। मालूम हो कि तीन छात्राओं पर आरोप है कि उन्होंने पिछले माह कॉलेज के वॉशरूम में मोबाइल के कैमरे से एक लड़की का वीडियो बनाया था। हालांकि, लड़की ने इस मामले में किसी भी तरह की शिकायत दर्ज नहीं कराई थी, लेकिन पुलिस ने घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था, जिसकी जांच की जिम्मेदारी सीआईडी को सौंप दी गई।
सीसीटीवी फुटेज की हुई समीक्षा
इस मामले में सीआईडी की टीम ने कॉलेज स्टाफ के सदस्यों से भी साक्ष्य एकत्र किए और जिला पुलिस द्वारा उपलब्ध कराए गए आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की समीक्षा की। इस मामले में कथित तौर पर आरोपी तीनों छात्राओं के मोबाइल फोन को हैदराबाद स्थित सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में जांच के लिए भेज दिया गया है।कोर्ट को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
सीआईडी एडीजीपी मनीष कारबिकर (Manish Karbikar) उडुपी पहुंचकर जिले के पुलिस अधीक्षक और सीआईडी एसी के साथ मामले पर चर्चा की। उन्होंने एक बयान में कहा कि सीआईडी डीएसपी अंजुमला को मामले की जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं, सीआईडी एसपी राघवेंद्र हेगड़े इसकी निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि फोरेंसिक रिपोर्ट को जांच अधिकारियों को दिखाने के बाद जांच रिपोर्ट को कोर्ट को सौंप दी जाएगी।