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'हिंदू आतंक' के कांग्रेसी जुमले से नुकसानः राजनाथ

लगातार अवरोध की रणनीति पर चल रही कांग्रेस को अब भाजपा चौतरफा घेरने में जुट गई है। यही कारण है कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह जैसा वह चेहरा भी आक्रामक हो गया है, जो सामान्यता सहयोग और सामंजस्य की राह पसंद करता है। एक दिन पहले राज्यसभा में गुरदासपुर आतंकी

By Sachin kEdited By: Updated: Sat, 01 Aug 2015 05:50 AM (IST)
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जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लगातार अवरोध की रणनीति पर चल रही कांग्रेस को अब भाजपा चौतरफा घेरने में जुट गई है। यही कारण है कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह जैसा वह चेहरा भी आक्रामक हो गया है, जो सामान्यता सहयोग और सामंजस्य की राह पसंद करता है। एक दिन पहले राज्यसभा में गुरदासपुर आतंकी घटना पर सरकार का बयान तक सुनने से इन्कार कर चुकी कांग्रेस को उन्होंने लोकसभा में शर्म-अल-शेख, चीन युद्ध और हिंदू आतंकवाद की याद दिला दी।

उन्होंने कहा कि 'हिंदू आतंकवाद' नामक नया शब्द गढ़ विपक्षी पार्टी ने दहशतगर्दी के खिलाफ लड़ाई को कमजोर किया। आक्रामक राजनाथ यह बोलने से भी नहीं चूके कि कांग्रेस के रुख के कारण ही पाकिस्तान स्थित लश्कर संस्थापक हाफिज सईद जैसे आतंकियों को बल मिला था। उसने संप्रग के तत्कालीन गृह मंत्री को बधाई दी थी। परेशान कांग्रेस ने राजनाथ के बयान पर आपत्ति जताते हुए इसे सदन की कार्यवाही से हटाने की मांग की है।

बोला जोरदार हमला
गृह मंत्री ने कहा कि राजग सरकार आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ी है लेकिन कांग्रेस के लोग संसद को भी बंटा हुआ दिखाना चाहते हैैं। बकौल राजनाथ संप्रग सरकार के तत्कालीन गृहमंत्री ने 'हिंदू आतंकवाद' का नया शब्द गढ़ा था और उसकी प्रशंसा हाफिज सईद ने की थी। शर्म-अल-शेख और हवाना में तत्कालीन सरकार ने आतंकवाद के प्रति सहानुभूति जताई थी..हम ऐसी शर्मनाक स्थिति पैदा नहीं होने देंगे।

खोल कर रख दिया पूरा इतिहास
शुक्रवार को कांग्रेस थोड़ी सतर्क थी। यही कारण था कि राज्यसभा की गलती को दुरुस्त करते हुए पार्टी ने नारेबाजी छोड़कर गुरदासपुर घटना पर राजनाथ के बयान को चुपचाप सुना। कांग्रेस बयान पर कुछ सवाल पूछना चाहती थी, लेकिन सरकार की ओर से स्पष्ट कर दिया गया कि यह लोकसभा की परंपरा नहीं है। विपक्ष चाहे तो आतंकवाद के विषय पर चर्चा कर ले। लेकिन वह विपक्ष को मंजूर नहीं था। टकराव फिर बढ़ा और विपक्षी सांसद वेल मे पहुंचे तो भड़के राजनाथ ने कांग्र्रेस का पूरा इतिहास सामने रख दिया।

बयान कार्यवाही से निकालने की मांग
राजनाथ के बयान से भड़की कांग्रेस का शोर शराबा इतना बढ़ा कि कुछ देर में ही कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। बाद में फिर से कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने अपना आपत्ति जताई और मांग की कि राजनाथ के बयान के बाद का हिस्सा कार्यवाही से निकाल दिया जाए। गुरदासपुर घटना के दिन कांग्रेस ने राजनाथ के मध्यप्रदेश में होने पर सवाल उठाया था।

चीन छीन देश का गुलाब ले गया, ताशकंद में वतन का लाल सो गया, ये सुलह की शक्ल को संवारते रहे, जीतने के बाद बाजी हारते रहे।
-राजनाथ सिंह

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