'असम में हिंदुओं की आबादी घट रही... मुस्लिमों की बढ़ रही', असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने चताई चिंता
हिमंत सरमा ने कहा कि राज्य का भविष्य जनसंख्या का संतुलन बिगड़ने के बाद से सुरक्षित नहीं रह गया है। हिंदुओं और मुसलमानों के बीच आबादी का संतुलन तेजी से घटता जा रहा है। असम की आबादी में हुए परिवर्तन से लोग डिफेंसिव मोड में आ गए हैं। 12-13 जिलों में हम अल्पसंख्यक हो गए हैं। इसलिए अब हमारे लिए असम का भविष्य सुरक्षित नहीं रह गया है।
आइएएनएस/पीटीआई, गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को हिंदू आबादी में गिरावट और मुस्लिम आबादी में वृद्धि पर चिंता व्यक्त की। सरमा ने अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में कहा कि हिंदू आबादी घटकर 57 प्रतिशत रह गई है, जबकि मुस्लिम आबादी बढ़कर 41 प्रतिशत हो गई है। यह हमारे लिए गहरी चिंता का विषय है।
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मूल लोगों की जमीन अन्य धर्म के लोग नहीं खरीद पाएंगे
राज्य सरकार असम में जनसांख्यिकीय संतुलन बनाए रखने को प्राथमिकता दे रही है और हम स्वदेशी लोगों के अधिकारों की सुरक्षा की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोलपारा, बारपेटा और कुछ अन्य स्थानों पर मूल लोगों की जमीनें अन्य धर्मों के लोगों द्वारा नहीं खरीदी जा सकती हैं। स्वदेशी संस्कृति की रक्षा के लिए ऐसे स्थानों पर अंतरधार्मिक भूमि हस्तांतरण को रोका जाएगा।
मिशन बसुंधरा 3.0 की होगी शुरुआत
राज्य सरकार आगामी विधानसभा सत्र में इस संबंध में एक नया अधिनियम लाएगी। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा लाई जाने वाली कई परियोजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। भूमि संबंधी विवादों को कम करने के लिए उन्होंने दो अक्टूबर को मिशन बसुंधरा 3.0 की शुरुआत की घोषणा की। सीएम सरमा के अनुसार, 74 नए जिले या उपखंड बनाए जाएंगे और चिकनाझार असम में आठवां राष्ट्रीय उद्यान बनेगा।पीएम मोदी बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा के लिए कूटनीतिक उपाय करें
हिमंत बिस्व सरमा ने बांग्लादेश के मौजूदा हालात पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया कि पड़ोसी देश में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सभी कूटनीतिक विकल्पों का उपयोग करें। 78वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद मुख्यमंत्री हिमंत ने गुरुवार को कहा कि एकजुट राष्ट्र के लिए सभी ने अंग्रेजों से लड़ाई की थी। किसी को भी देश का विभाजन नहीं चाहिए था।