10 साल पहले सीएम योगी ने एक बेटी के सिर पर रखा था हाथ, आजतक निभा रहे हैं साथ
ये कहानी तब की है जब योगी आदित्यनाथ सीएम नहीं सांसद हुआ करते थे। दस साल पहले अपराजिता के सिर से पिता का साया उठ गया था।
वाराणसी, जेएनएन : योगी आदित्यनाथ आज भले ही देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हों। भले ही वो ऊंचे ओहदे पर हों लेकिन उनकी सादगी उनको दूसरों से अलग बनाती है। सीएम योगी अगर एक बार किसी से वादा कर दें तो उसे वो हर हाल में निभाते हैं। दरअसल, दस साल पहले एक बच्ची के सिर से पिता साया उठ गया। इसके बाद सीएम योगी ने उसके सिर पर हाथ रखा था और वादा किया था कि वो आजीवन इस परिवार के संरक्षक रहेंगे।
ये कहानी तब की है जब योगी आदित्यनाथ सीएम नहीं सांसद हुआ करते थे। दस साल पहले अपराजिता के सिर से पिता का साया उठ गया था। इसके बाद संघ से जुड़े चाचा के मित्र और तब गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ ने अपराजिता के सिर पर हाथ रखा था और वादा किया कि वह उसके परिवार के संरक्षक हैं और आजीवन रहेंगे।
सांसद से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक का सफर तो कर लिया लेकिन योगी अपना वादा नहीं भूले। बेटी अपराजिता की शादी के दौरान चुनाव प्रचार में व्यस्तता के चलते उसके तिलक समारोह में ही पहुंच गए। आशीर्वाद दिया और परिजनों के साथ आधे घंटे तक समय बिताया।
योगी आदित्यनाथ बुधवार को आरएसएस के सह प्रांत प्रभारी राम जी की भतीजी अपराजिता के तिलक समारोह में शामिल होने यूपी कालेज के प्राचीन छात्र अतिथि भवन पहुंचे। नाश्ते के बीच परिजनों के साथ 25 मिनट तक एक पारिवारिक मित्र, अभिभावक की भूमिका में नजर आए। बच्चों से लेकर हमउम्र व बुजुर्गो संग खूब तस्वीरें खिंचाई, किसी को निराश नहीं किया। मुख्यमंत्री योगी ने अपराजिता से बताया कि वह 28 नवंबर को गुजरात में रहेंगे इसलिए शादी समारोह में नहीं आ पाएंगे।
सुख हो या दुख हर कदम साथ
गाजीपुर के मंझनपुर के मूल निवासी व सह प्रांत प्रभारी राम सिंह का परिवार इस बात को लेकर काफी फख्र महसूस करता है कि योगी आदित्यनाथ उनके परिवार के सुख, दुख में सदैव सबसे आगे खड़े रहते हैं। संघ से जुड़े राम जी आठ सालों तक गोरखपुर में रहे हैं। सात साल पहले उनके भाई व भाजपा नेता सभाजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी। सबसे पहले पहुंचने वालों में योगी आदित्यनाथ थे।
सभाजीत सिंह की दोनों बेटियों प्रियंका व अपराजिता की पूरी जिम्मेदारी निभाने का वादा किया। 2012 में प्रियंका की शादी में पूरे समय योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। बीते वर्ष राम जी के पिता लालजी सिंह की मृत्यु के बाद त्रयोदशाह में भी योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे। तिलक समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच मिनट तक प्रांत प्रचारक अनिल से गुफ्तगू की।
यह भी पढ़ें: देखें तस्वीरें : वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ