नीति आयोग की बैठक में नहीं पहुंचे 10 राज्यों के सीएम; CEO ने कहा- जिसने हिस्सा नहीं लिया, उसका ही नुकसान
बिहार समेत 10 राज्यों के सीएम नीति आयोग की बैठक में नहीं पहुंचे। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बैठक में हिस्सा लिया। मगर माइक बंद करने का आरोप लगा बैठक से बाहर निकल आईं। नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने बैठक से जुड़ी जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि बैठक में हिस्सा नहीं लेने वाले राज्यों का ही नुकसान है।
भाषा, नई दिल्ली। नई दिल्ली में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक हुई। नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने जानकारी दी कि शासी परिषद की बैठक में बिहार और केरल समेत 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा नहीं लिया। वहीं 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और उप-राज्यपाल ने बैठक में हिस्सा लिया। विधानसभा सत्र में व्यस्त होने के कारण बिहार के सीएम नीतीश कुमार बैठक में शामिल नहीं हो सके।
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बैठक में हिस्सा नहीं लेने वालों का नुकसान
बीवीआर सुब्रमण्यम बताया कि बैठक में शामिल नहीं होने वालों में राज्यों में बिहार, केरल के अलावा तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और पुडुचेरी शामिल हैं। सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर उन्होंने भाग नहीं लिया तो यह उनका नुकसान है।
गरीबी को खत्म पर चर्चा
बीवीआर सुब्रमण्यम ने बैठक की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि बैठक में ग्रामीण क्षेत्र में गरीबी को खत्म करने पर चर्चा हुई। राज्यों के विकास को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है और उसमें कैसे योगदान दिया जा सकता है? इसको लेकर ही यह बैठक आयोजित की गई थी। नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों से प्रतिक्रिया मिलने के बाद आयोग अगले 45 दिनों में ‘विजन इंडिया एट 2047’ दस्तावेज को अंतिम रूप देगा।ममता के दावे पर सीईओ ने क्या कहा?
ममता बनर्जी के दावे पर सीईओ ने कहा कि उन्होंने दोपहर के भोजन से पहले बोलने का मौका देने का अनुरोध किया था। इसे स्वीकार कर लिया गया था। हालांकि राज्यों के नाम के हिसाब से उनकी बारी दोपहर में आती। जब ममता बनर्जी का समय समाप्त हुआ तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बस माइक थपथपाया। इस पर उन्होंने बोलना बंद कर दिया और बाहर चली गईं। हालांकि पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारी बैठक में शामिल थे।