करोड़ों वाहन चालकों के लिए बुरी खबर! पांच रुपये प्रति किलो महंगी हो सकती है CNG, पढ़ें क्या है वजह
सीएनजी वाहन चालकों को दीवाली से पहले झटका लगा सकता है। सीएनजी के दामों में बढ़ोतरी कर सकती है। सीएनजी पांच रुपये प्रति किलो महंगी हो सकती है। दरअसल शहरी गैस कंपनियों को देश में उत्पादित होने वाली सस्ती गैस की आपूर्ति में 20 प्रतिशत तक की कटौती की गई है। ऐसे में कंपनियों को अपना फायदा बरकरार रखने में सीएनजी के दाम में बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है।
पीटीआई, नई दिल्ली। सरकार ने सीएनजी की खुदरा बिक्री करने वाली शहरी गैस कंपनियों को देश में उत्पादित होने वाली सस्ती गैस की आपूर्ति में 20 प्रतिशत तक की कटौती की है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कंपनियों को अपना लाभ बरकरार रखना है तो उन्हें पांच से साढ़े पांच रुपये प्रति किलो सीएनजी का मूल्य बढ़ाना पड़ेगा। ऐसा होने पर सीएनजी वाहनों की बिक्री धीमी हो सकती है।
विधानसभा चुनावों के बाद बढ़ोतरी संभव
हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि सीएनजी कीमतों में बढ़ोतरी को महाराष्ट्र एवं झारखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनावों तक टाला जा सकता है। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आइजीएल) और महानगर गैस लिमिटेड ने शेयर बाजारों को बताया कि घरेलू स्तर पर उत्पादित गैस की आपूर्ति में कटौती की गई है। इस गैस का मूल्य आयातित गैस की कीमत से लगभग आधा है।
शेयर बाजार को दी सूचना में क्या बोला IGL
बता दें आईजीएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कंपनी को सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य (6.5 डॉलर प्रति एमबीटीयू) पर सीएनजी बिक्री मात्रा की जरूरत पूरी करने के लिए घरेलू गैस मिलती है, लेकिन नोडल एजेंसी गेल इंडिया से मिली जानकारी के मुताबिक 16 अक्टूबर से कंपनी को घरेलू गैस आवंटन में बड़ी कमी आई है।सीएनजी के दाम में क्यों हो सकता है इजाफा?
आईजीएल ने कहा कि उसका संशोधित घरेलू गैस आवंटन पिछले आवंटन से लगभग 21 प्रतिशत कम है, जिसका असर उसके लाभ पर पड़ेगा। महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) ने कहा कि सीएनजी के लिए उसका आवंटन पिछले औसत तिमाही आवंटन की तुलना में 20 प्रतिशत कम कर दिया गया है। इस कमी को पूरा करने के लिए कंपनी नए विकल्पों पर विचार कर रही है।