राहुल गांधी की ताजपोशी पर पीएम मोदी के तीखे कटाक्ष से कांग्रेस में उबाल
मनमोहन की अगुआई में पार्टी नेताओं ने सिरे से संगठन चुनाव पर पीएम के उठाए सवाल को खारिज किया...
By Gunateet OjhaEdited By: Updated: Mon, 04 Dec 2017 08:56 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस के शिखर पद पर राहुल गांधी की ताजपोशी पर प्रधानमंत्री के तीखे कटाक्ष को पार्टी ने सिरे से खारिज करते हुए इसे अवांछित और अशोभनीय करार दिया। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राहुल के नामांकन के मौके पर इकठ्ठा हुए पार्टी के दिग्गजों के सभी सूबे के कांग्रेस नेताओं ने एक सुर से पीएम की आंतरिक लोकतंत्र पर दी गई नसीहत को बिना मांगी सलाह बताते हुए राहुल के नेतृत्व में भरोसा करने का खुला इजहार किया। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राहुल को कांग्रेस का लाडला बताते हुए मोदी की टिप्पणियों को नकारने की जैसे ही शुरूआत की तो इसके बाद पूरी पार्टी ने एक सुर में भाजपा के अंदरुनी लोकतंत्र पर जवाबी हमला बोल दिया।
राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी के समर्थन में नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद संक्षिप्त टिप्पणी में मनमोहन ने सीधे तौर पर मोदी का नाम नहीं लिया। मगर पार्टी का लाडला बताने के साथ राहुल के कांग्रेस की महान परंपरा को आगे बढ़ाने की बात कह मनमोहन ने कांग्रेस के अंदरुनी चुनाव पर उठाए सवाल को खारिज कर दिया।कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष रणदीप सुरजेवाला ने संगठन चुनाव को दिखावा करार दिए जाने के साथ मुगल शासकों के उत्तराधिकार से इसकी तुलना के पीएम के बयान को अवांछित और अशोभनीय बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के संगठन चुनाव पर सवाल उठाने वाले पीएम और भाजपा को अपने अंदरुनी लोकतंत्र की सच्चाई के आईने पर गौर करना चाहिए। भाजपा के शिखर नेतृत्व की कार्यशैली पर यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और शत्रुध्न सिन्हा के हाल में उठाए गए सवालों का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि हमें नसीहत देने से पहले पीएम को अपनी पार्टी की गिरेबान में भी देखना चाहिए। सुरजेवाला ने दावा किया कि राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस न केवल आगे बढ़ेगी बल्कि नई ताकत और उंचाई भी हासिल करेगी।
राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने भी पीएम के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जो लोग वोट हासिल करने के लिए इवीएम का सहारा लेते हैं वे ही लोकतंत्र की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हैं। राहुल गांधी को क्षमतावान नेता करार देते हुए आजाद ने कहा कि कांग्रेस उनकी अगुआई में सत्ता में लौटेगी।पंजाब सरकार के मंत्री कांग्रेस नेता पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने राहुल को बब्बर शेर बताते हुए ताल ठोकी कि पार्टी उनके नेतृत्व में अपनी राजनीतिक वापसी कर विरोधियों का मुंह बंद करेगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि यह बेहद अजीबोगरीब बात है कि पीएम गुजरात की चुनावी सभा में मुख्य विपक्षी पार्टी के आंतरिक चुनाव पर टिप्पणी कर रहे हैं। जबकि कांग्रेस किसी दूसरी पार्टी के अंदरुनी मसलों पर टिप्पणी नहीं करती और इससे साफ है कि गुजरात में हार की आशंका देख भाजपा नेतृत्व बौखला रहा है। कर्ण सिंह, शीला दीक्षित, सुशील कुमार शिंदे, सचिन पायलट, जितिन प्रसाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया सरीखे तमाम पुराने और नए नेताओं ने भी राहुल के नेतृत्व में भरोसा जताते हुए संगठन चुनाव पर उठाए सवाल को सिरे से नकार दिया।