कांग्रेस ने मोदी सरकार की चीन नीति की आलोचना की, खुफिया चूक के लिए जिम्मेदार ठहराया
पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प की चौथी बरसी पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि क्या किसी को कई दशकों में भारत की सबसे बड़ी रणनीतिक और खुफिया चूक के लिए जिम्मेदार ठहराया गया। रमेश ने यह भी कहा कि चार वर्षों में 21 दौर की सैन्य वार्ता के बावजूद स्थिति प्रतिकूल बनी हुई है।
पीटीआई, नई दिल्ली। कांग्रेस ने सोमवार को चीनी घुसपैठ को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और पूछा कि क्या सरकार ने देपसांग और डेमचोक में हजारों वर्ग किलोमीटर चीन को 'आत्मसमर्पित' कर दिया है या क्या वह अब भी पांच मई 2020 से पहले की स्थिति पर लौटने की कोशिश कर रही है।
पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प की चौथी बरसी पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि क्या किसी को कई दशकों में भारत की सबसे बड़ी रणनीतिक और खुफिया चूक के लिए जिम्मेदार ठहराया गया। उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल करते हुए पूछा कि क्या आप अब भी अपने 19 जून 2020 के बयान पर विश्वास करते हैं, जो गलवान में हमारे 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद दिया गया था। ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, न ही कोई घुसा हुआ है।
रमेश ने यह भी कहा कि चार वर्षों में 21 दौर की सैन्य वार्ता के बावजूद स्थिति प्रतिकूल बनी हुई है। उन्होंने कहा कि लेह के पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट रूप से दिखाया है कि हमारे सैनिक 65 गश्त बिंदुओं में से 26 तक पहुंचने में असमर्थ थे, जहां वे पांच मई 2020 से पहले पहुंच सकते थे।