Congress Vs BJP: कांग्रेस ने हमास की निंदा नहीं की क्योंकि..., असम के मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी को घेरा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी को हमास की निंदा करनी चाहिए थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। सरमा ने कहा कि तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनावों पर नजर रखते हुए पार्टी नेता राहुल गांधी के आग्रह पर फलस्तीन के लिए अपने समर्थन की घोषणा की।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Thu, 19 Oct 2023 09:37 AM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को कांग्रेस पर आरोप लगाया। सरमा ने कहा कि कांग्रेस ने हमास की निंदा नहीं की और तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनावों पर नजर रखते हुए पार्टी नेता राहुल गांधी के आग्रह पर फलस्तीन के लिए अपने समर्थन की घोषणा की।
सरमा ने यह भी कहा कि नवगठित भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (INDIA) के घटकों के बीच कोई एकता नहीं है और इसका गठन केवल भारत के "लोगों को धोखा देने" के लिए किया गया था।
CWC की बैठक में हुई हमास के मुद्दे पर चर्चा
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, देखिए (हाल ही में) सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई थी। वहां हमास के मुद्दे पर चर्चा हुई। बैठक में सभी ने कहा कि इस वक्त हमास की निंदा करना जरूरी है। लेकिन राहुल गांधी ने कहा कि तेलंगाना में चुनाव आ रहा है इसलिए हमें फलस्तीन का समर्थन करना चाहिए। मैं आपको सीडब्ल्यूसी की अंदर की कहानी बता रहा हूं। इसके बाद यह प्रस्ताव पारित किया गया।9 अक्टूबर को अपनी आखिरी बैठक में, कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास द्वारा किए गए भयानक हमले का उल्लेख किए बिना फलस्तीनी मुद्दे को अपना समर्थन दोहराया।असम के मुख्यमंत्री, जो 2015 में भाजपा में शामिल होने से पहले दो दशकों से अधिक समय तक कांग्रेस में थे, ने बताया कि सीडब्ल्यूसी प्रस्ताव में हमास के बारे में "एक भी शब्द नहीं" था।
राहुल गांधी ने सिर्फ फलस्तीन का समर्थन किया- सरमा
उन्होंने कहा, उन्हें यह कहकर संतुलित किया जा सकता था कि हम हमास की निंदा करते हैं लेकिन साथ ही हम स्वतंत्र फलस्तीन का समर्थन करने के भारत के रुख पर कायम हैं। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
सरमा ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए लेकिन कांग्रेस अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के कारण इस तथ्य के बावजूद आतंकवाद के खिलाफ कुछ नहीं बोल रही है कि भारत आतंकवाद का शिकार है।उन्होंने कहा, यह दुख की बात है। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को खुले तौर पर हमास की निंदा करनी चाहिए थी। साथ ही वे कह सकते हैं कि हम फलस्तीन का समर्थन करते हैं। वह अलग मुद्दा है। चूंकि कांग्रेस की नजर औवेसी (हैदराबाद सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी) के वोट बैंक पर है, इसलिए वह हमास का साथ दे रही है।