हमास पर प्रस्ताव को लेकर आलोचना का सामना कर रही कांग्रेस, BJP को "वाजपेयी" का भाषण दिलाया याद
इजराइल पर हमले का जिक्र किए बिना कथित तौर पर हमास और फिलिस्तीन मुद्दे का समर्थन करने के लिए कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि हमास पर सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव पर पार्टी में कोई मतभेद नहीं है और भाजपा को याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी फिलिस्तीनी लोगों के हित के पक्ष में थे।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Wed, 11 Oct 2023 10:13 AM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि हमास पर सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव पर पार्टी में कोई मतभेद नहीं है और भाजपा को याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी फिलिस्तीनी लोगों के हित के पक्ष में थे, क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी ने आतंकवादी हमले का जिक्र नहीं करने के लिए उसकी आलोचना की थी।
इजराइल पर हमले का जिक्र किए बिना कथित तौर पर हमास और फिलिस्तीन मुद्दे का समर्थन करने के लिए कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशाने पर आ गई है।
पार्टी में कोई मतभेद नहीं है- गोगोई
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने कहा कि सीडब्ल्यूसी दस्तावेज पर पार्टी के भीतर कोई मतभेद नहीं है, जिसमें बातचीत के माध्यम से फिलिस्तीन मुद्दे के समाधान का समर्थन किया गया है।भाजपा लोगों का ध्यान भटकाने और चुनाव टिकट वितरण को लेकर पार्टी में चल रही दरार से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।इस मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर श्री गोगोई ने संवाददाताओं से कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के प्रस्ताव का राजनीतिकरण कर रही है। हम सभी चाहते हैं कि भारतीय इजरायल और गाजा में सुरक्षित रहें और वे सुरक्षित घर लौट आएं।
लोग कांग्रेस के प्रस्ताव पर राजनीति कर रहे हैं- गोगोई
उन्होंने कहा, कोई नाराजगी नहीं है और ये सब अफवाहें हैं। यह अफसोस की बात है कि लोग कांग्रेस के प्रस्ताव पर राजनीति कर रहे हैं...चाहे इजराइल में हों या गाजा में, हम चाहते हैं कि भारतीय नागरिक सुरक्षित रहें। उन्हें वापस आना चाहिए, इसी पर फोकस होना चाहिए।गोगोई ने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक दिन पहले ही एक्स पर पार्टी की स्थिति स्पष्ट की थी और हमास के हमलों और फिलिस्तीन मुद्दे दोनों का उल्लेख किया था।
गोगोई ने आरोप लगाया कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में चुनावी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के बाद भाजपा को आंतरिक विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है और अब वह इस आंतरिक दरार से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है और ऐसे मुद्दे उठा रही है।मैं (भाजपा नेता) कैलाश विजयवर्गीय जी से कहना चाहूंगा कि उन्हें वाजपेयी का भाषण याद रखना चाहिए और उन्होंने जो कहा था उसका विश्लेषण करना चाहिए।