केरल में नया सियासी बवाल, टीपी चंद्रशेखरन के तीन हत्यारों को रिहा करेगी सरकार! कांग्रेस ने माकपा को घेरा
केरल सरकार ने जेल से रिहा किए जाने वाले 56 कैदियों की सूची तैयार की है। मगर इस सूची में पूर्व सीपीएम नेता टीपी चंद्रशेखरन के तीन हत्यारों के नाम भी शामिल हैं। मामला प्रकाश में आने के बाद कांग्रेस ने राज्य सरकार की मंशा पर सवाल उठाया। पार्टी ने इस कदम को अदालत के आदेश को चुनौती देना बताया। 2012 में चंद्रशेखरन की हत्या की गई थी।
एएनआई, एर्नाकुलम (केरल)। केरल में पूर्व सीपीएम नेता टीपी चंद्रशेखरन के तीन हत्यारों को रिहा करने के आदेश पर सियासी बवाल बच गया है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर केरल की माकपा सरकार पर निशाना साधा।
हत्याकांड के दोषियों को विशेष छूट देने के फैसले पर कांग्रेस सांसद शफी परमबिल ने माकपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि यह अदालत के आदेश के बावजूद सरकार ने यह फैसला लिया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को भी इस फैसले के बारे में अच्छी तरह से जानकारी है।
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जेल अधीक्षक खुद नहीं ले सकते फैसला
परमबिल ने कहा कि यह मुख्यमंत्री की जानकारी में दिया गया निर्देश है। जेल अधीक्षक खुद फैसला नहीं ले सकते हैं। अभी तक इस सूची को रद्द भी नहीं किया गया है। यह न्यायालय के आदेश को चुनौती है। हम इसे राजनीतिक और कानूनी दोनों तरह से लेंगे।किस सुधारात्मक उपायों की बात कर रही माकपा
परमबिल ने कहा, "माकपा किस तरह के सुधारात्मक उपायों की बात कर रही है? वे अदालत के आदेश को सही करने की कोशिश कर रहे हैं। उच्च न्यायालय का एक बहुत ही मजबूत फैसला है जिसमें ट्रायल कोर्ट के आदेश को सही ढंग से उद्धृत किया है कि टीपी हत्याकांड के किसी भी अपराधी को 20 साल तक कोई छूट नहीं दी जानी चाहिए।"