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'रोजगार क्रांति' की शुरुआत करेगी कांग्रेस, मल्लिकार्जुन खरगे ने 'युवा न्याय की गारंटी' को फिर से दोहराया

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस रोजगार के अवसर बढ़ाने और युवाओं की आकांक्षाओं को साकार करने की दिशा में काम करेगी। वह रोजगार क्रांति की शुरुआत करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह गारंटी है कि वह युवाओं के अंधकारमय भविष्य को उज्ज्वल बनाएगी। उन्होंने कांग्रेस की युवा न्याय की गारंटी को फिर से दोहराया।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Sun, 31 Mar 2024 06:00 AM (IST)
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कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को युवा न्याय की गारंटी को फिर से दोहराया।
पीटीआई, नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस रोजगार के अवसर बढ़ाने और युवाओं की आकांक्षाओं को साकार करने की दिशा में काम करेगी। वह रोजगार क्रांति की शुरुआत करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह गारंटी है कि वह युवाओं के अंधकारमय भविष्य को उज्ज्वल बनाएगी। उन्होंने कांग्रेस की युवा न्याय की गारंटी को फिर से दोहराया।

कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर इसे लागू किया जाएगा। उन्होंने ये बातें एक्स पर एक पोस्ट के जरिये कहीं।कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि गारंटी के तहत उनकी पार्टी नौकरियों के कैलेंडर के अनुसार 30 लाख नई केंद्र सरकार की नौकरियां प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि पेपर लीक से मुक्ति की गारंटी के तहत पार्टी सभी पेपर लीक को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए एक कानून बनाएगी।

उन्होंने श्रमिकों के लिए बेहतर कामकाजी माहौल के साथ ही युवाओं के लिए 5,000 करोड़ रुपये के स्टार्टअप फंड का भी वादा किया। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाल ही में संसद में पारित नए दूरसंचार विधेयक को लेकर शनिवार को सरकार से सवाल किया। आश्चर्य जताया कि क्या सैटेलाइट ब्राडबैंड स्पेक्ट्रम के आवंटन में हजारों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है।

कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि नए दूरसंचार विधेयक के जरिये नरेन्द्र मोदी सरकार ने 2012 से लागू सुप्रीम कोर्ट के नियमों और दिशा निर्देशों का उल्लंघन किया है। उन्होंने पूछा, ऐसा क्यों किया गया। एक्स पर एक पोस्ट कर प्रियंका ने सरकार से सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि सैटेलाइट ब्राडबैंड स्पेक्ट्रम आवंटन में क्या हजारों करोड़ का घोटाला हुआ है। नया टेलीकाम विधेयक तब पास क्यों हुआ, जब विपक्ष के 143 सांसद सस्पेंड थे। इसमें कोई रिश्ता है क्या।

उन्होंने पूछा कि नए टेलीकाम विधेयक के माध्यम से सैटेलाइट से इंटरनेट स्पेक्ट्रम के आवंटन में बोली लगाने (बिडिंग) के नियम को क्यों हटाया गया। उन्होंने पूछा कि इलेक्टोरल बांड के नाम पर चंदा दो, धंधा लो के जिस बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, उसमें लाभार्थी कारपोरेट कंपनी से भाजपा को मिले 150 करोड़ रुपये के चंदे का क्या योगदान है।