Constitution Day: लोकतंत्र में कोई भी संस्था पूर्ण नहीं, कॉलेजियम सिस्टम पर बोले CJI चंद्रचूड़
constitution day संविधान दिवस के अवसर पर देश के प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि न्यायाधीश वफादार सैनिक होते हैं जो संविधान लागू करते हैं। सीजेआइ चंद्रचूड़ ने वकीलों के सख्त ड्रेस कोड पर भी पुनर्विचार करने की बात की।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sat, 26 Nov 2022 09:56 AM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। constitution day: संविधान दिवस (constitution day) के अवसर पर देश के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) धनञ्जय यशवंत चंद्रचूड़ (d y chandrachud) ने कहा कि संवैधानिक लोकतंत्र में कॉलेजियम समेत कोई भी संस्था परिपूर्ण नहीं है और इसका समाधान मौजूदा व्यवस्था के भीतर काम करना है। चंद्रचूड़ ने ये बात शनिवार को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित संविधान दिवस समारोह में कहा। उन्होने कहा कि न्यायाधीश वफादार सैनिक होते हैं जो संविधान लागू करते हैं।
संविधान दिवस आज
जानकारी के लिए बता दें कि आज यानी 26 नवंबर 2022 को देश संविधान दिवस मना रहा है। संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया था और इस दिन को वर्ष 2015 से पहले तक विधि दिवस के रूप में मनाया जाता था, लेकिन 2015 से इसे संविधान दिवस के रूप में मनाया जान लगा।'26/11 हमला करने वालों को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए', जयशंकर ने शहीदों को किया याद
CJI चंद्रचूड़ ने संविधान दिवस पर कहा
सीजेआइ डी. वाई. चंद्रचूड़ ने संविधान दिवस के अवसर पर कॉलेजियम मुद्दे (Collegium System) को भी उठाया और कहा कि संवैधानिक लोकतंत्र में कोई भी संस्था परिपूर्ण नहीं है, लेकिन हम संविधान के मौजूदा ढांचे के भीतर काम कर करते हैं। मेरे सहित कॉलेजियम के सभी न्यायाधीश, हम संविधान को लागू करने वाले वफादार सैनिक हैं। जब हम खामियों की बात करते हैं, तो हमारा समाधान है, मौजूद व्यवस्था के भीतर काम करना"। सीजेआइ ने कहा कि न्यायपालिका में अच्छे लोगों को लाने और उन्हें उच्च वेतन देने से कॉलेजियम में सुधार नहीं होगा।
जज बनना अंतरात्मा की पुकार-CJI
सीजेआइ ने कहा कि अच्छे वकीलों को न्यायपालिका में प्रवेश दिलाना केवल कॉलेजियम में सुधार करने का काम नहीं है। न्यायाधीश बनाना इससे जुड़ा नहीं है कि आप कितना वेतन न्यायाधीशों को देते हैं। आफ न्यायाधीशों को कितना भी अधिक वेतन दे दें, लेकिन ये एक सफल वकील की कमाई का एक अंश ही होगा। सीजेआइ ने कहा कि जज बनना अंतरात्मा की पुकार है।Mangaluru blast case:कर्नाटक गृहमंत्री का मेंगलुरू ब्लास्ट मामले में बयान, कहा-केंद्र ने दिया NIA जांच का आदेश