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'कोरोना हेलमेट' बना पुलिस का नया हथियार, Lockdown में सड़कों पर निकले लोगों को समझाने का अनोखा तरीका

सड़कों पर 24 घंटे सेवा दे रहे पुलिस कर्मियों ने कहा कि हेलमेट लोगों को जागरूक करने में उपयोगी साबित हो रहा है।

By Shashank PandeyEdited By: Updated: Sat, 28 Mar 2020 01:59 PM (IST)
'कोरोना हेलमेट' बना पुलिस का नया हथियार, Lockdown में सड़कों पर निकले लोगों को समझाने का अनोखा तरीका
चेन्नई, एएनआइ। कोरोना वायरस महामारी की गंभीरता को लेकर लोगों के बीच जागरूक फैलाने के लिए चेन्नई पुलिस ने एक अनोखा तरीका अपनाया है। एक स्थानीय कलाकार ने एक पुलिस अधिकारी के साथ मिलकर लॉकडाउन के दौरान लोगों को सड़कों पर निकलने से रोकना के लिए एक अनोखा 'कोरोना' हेलमेट बनाया है। सड़कों पर 24 घंटे सेवा दे रहे पुलिस कर्मियों ने कहा कि हेलमेट लोगों को जागरूक करने में उपयोगी साबित हो रहा है।

पुलिस इंस्पेक्टर राजेश बाबू, जो सड़क पर यात्रियों से बात करते हुए यह कोरोना हेलमेट पहनते उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण का अब तक सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

वहीं हेलमेट डिजाइन करने वाले कलाकार गौतम ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि बड़े पैमाने पर जनता Covid​​-19 स्थिति को गंभीरता से नहीं ले रही है, जबकि पुलिस कर्मी चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग घर पर रहें और बाहर सड़कों पर ना निकलें जिससे इस बीमारी को और अधिक फैलने से रोका जा सके।

उन्होंने आगे कहा कि मैं नेक विचार के साथ आया और इसे तैयार करने के लिए एक टूटे हुए हेलमेट और कागज का उपयोग किया। मैंने कई पोस्टक भी तैयार किए हैं जिसमें संदेश लिखे हुए हैं, मैने उसे पुलिस को सौंपा है।

वहीं लोगों से सड़क पर कोरोना हेलमेट पहनकर मिलने वाले पुलिस इंस्पेक्टर राजेश बाबू ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया कि हम सभी कदम उठाते हैं लेकिन फिर भी लोग सड़कों पर निकल आते हैं। इसलिए, यह कोरोना हेलमेट एक ऐसा कदम है जो हम यह सुनिश्चित करने के लिए उठा रहे हैं कि लोग पुलिस की बात को गंभीरता से से। हेलमेट कुछ अलग करने की कोशिश है।जब मैं इसे पहनता हूं तो कोरोना वायरस का विचार यात्रियों के दिमाग में आता है।विशेष रूप से बच्चे इसे देखकर प्रतिक्रिया करते हैं और इसे घर ले जाना चाहते हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के 28 मार्च सुबह 9.30 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक तमिलनाडु में कोरोना वायरस के कुल 38 मामले सामने आए हैं। उनमें से 6 विदेशी नागरिक हैं। वहीं एक आदमी की कोरोना से राज्य में मौत हो चुकी है। वहीं दो लोग अस्पताल से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।