Covid Lockdown: क्या भारत में फिर लौटेंगे लॉकडाउन, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग वाले दिन, जानें हर सवाल का जवाब
Coronavirus News India 2020-2021 में भारत ने कोरोना के जिस भयावह रूप को देखा उसे कौन याद रखना चाहेगा। लोग एक दूसरे से दूरी बनाकर रहने लगे मास्क दिनचर्या का जरूरी हिस्सा बन गया। क्या एक बार फिर वही दौर लौटकर आने वाला है।
By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Thu, 22 Dec 2022 10:38 AM (IST)
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। Coronavirus in India: एक बार फिर चीन (China) कोरोना की चपेट में आ चुका है। महामारी ने चीन में हाहाकार मचा रखा है। हालात बेहद खराब हैं और दुनिया भर के विशेषज्ञ इसे लेकर चिंता भी जाहिर कर चुके हैं। सिर्फ चीन की नहीं यूरोप के कई देशों में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। मौजूदा समय में चीन से जिस तरीह की तस्वीरें सामने आ रही हैं उससे 2020-21 का वो दौर याद आ गया है जब भारत (India) में इस महामारी का सबसे बुरा दौर देखा था।
क्या फिर लौटेगा वो भयावह दौर?
2020-2021 में भारत ने कोरोना के जिस भयावह रूप को देखा उसे कौन याद रखना चाहेगा। लोग एक दूसरे से दूरी बनाकर रहने लगे, मास्क दिनचर्या का जरूरी हिस्सा बन गया। दुकानों के सामने बने गोले धौर्य और अनुशासन सिखा रहे थे। लोग घरों में कौद हो गए, लॉकडाउन की वजह से तमाम तरह की बंदिशों का सामना करना पड़ा। क्या एक बार फिर भारत में वही दौर लौटने वाला है ये सवाल अब इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि, महामारी विशेषज्ञ इस तरह के अनुमान भी लगा रहे हैं कि, अगले 90 दिनों में चीन के 60 प्रतिशत से अधिक और पृथ्वी की 10 प्रतिशत आबादी के कोरेना से संक्रमित होने की संभावना है और लाखों लोगों की मौत भी हो सकती है।
याद आया वो दौर
इससे पहले कि हम आपको ये बताएं कि कोरोना (Coronavirus In India) को लेकर भारत में किस तरह की आशंकाएं व्यव्त की जा रही हैं उससे पहले कुछ प्वाइंट्स में उस दौर की याद दिलाते हैं जब देश ने कोरोना का भयावह रूप देखा था और बचाव के लिए प्रोटोकॉल का पालन किया था।- कोरोना के दौर में बाहर निकलना बंद हुआ तो घर ही बन गया ऑफिस।- कोरोना से बचाव के लिए लोगों ने हेल्दी फूड पर दिया खास ध्यान।
- लोग बाजार जाने से बचे और ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए की खरीदारी।- मास्क से लेकर सैनिटाइजर हर घर की जरूरत बन गया।- बाहर निकलने पर सोशल डिस्टेंसिंग का किया पालन।- लॉकडाउन के समय बेहद जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकले लोग।
- कोरोना के दौर में तमाम लोग मदद के लिए खुद आगे आए।- शादी जैसे फंक्शन में सीमित हुई मेहमानों की संख्या। - भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचे लोग।- लोगों ने घर में मनाए त्योहार और उत्सव।