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देश में कई दिन बाद नए मामलों में कमी, बीते 24 घंटे में 3.13 लाख केस, 2,638 की मौत, कई राज्‍यों में सख्‍त पाबंदियां

देश में कोरोना की दूसरी लहर से मचे हाहाकार के बीच कर्नाटक सरकार ने 14 दिन का लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। वहीं केंद्र सरकार ने लक्षण नजर आने पर घर के भीतर भी मास्क पहनने की सलाह दी है। जानें बाकी राज्‍यों का हाल...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Tue, 27 Apr 2021 06:56 AM (IST)
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देश में 24 घंटों के दौरान 3,52,991 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। देश में 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 3,13,777 नए मामले सामने आए हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे मामलों में कई दिन बाद पहली बार कमी देखी गई। इसे एक सकारात्मक संकेत समझा जा रहा है। हालांकि स्थिति के बारे में अभी पुख्ता तरीके से कुछ नहीं कहा जा सकता। अगले एक दो दिन के आंकड़े देखने के बाद ही विशेषज्ञ इस बारे में कोई निष्कर्ष निकाल पाएंगे। बहरहाल इन नए मामलों के साथ अब तक कुल मामले 1,76,20,194 हो गए हैं। 

24 घंटे में 2,638 की मौत 

रात 12 तक मिली जानकारी के अनुसार सक्रिय मामले बढ़कर 28,73,656 हो गए हैं। बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण से 2,638 और लोगों की मौत हो गई। इस तरह अब तक 1,97,756 लोग इस बीमारी से अपने प्राण गंवा चुके हैं। बीते 24 घंटों में 2,44,621 लोगों को ठीक होने पर अस्पताल से छुट्टी मिल गई। कुल मिलाकर 1,45,41,324 लोग इस बीमारी से निजात पा चुके हैं।

रिकवरी रेट गिरी 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह आठ बजे जो आंकड़े जारी हुए उनके अनुसार सक्रिय मामले बढ़कर 28,13,658 हो गए हैं। ये कुल संक्रमणों का 16.25 फीसद हैं। अचानक बढ़े मामलों के कारण ठीक होने की दर गिरकर 82.62 फीसद और मृत्यु दर 1.13 फीसद हो गई है।

एक दिन में 14,02,367 नमूनों की जांच

देश में बीते सात अगस्त को कोरोना के मामले 20 लाख के पार हुए थे। इसी तरह 16 सितंबर को 50 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार हुआ। जबकि 19 अप्रैल को संक्रमण के मामलों की संख्या 1.50 करोड़ के पार हुई। आइसीएमआर के अनुसार अब तक 27,93,21,177 नमूनों की जांच की जा चुकी है। रविवार 25 अप्रैल को 14,02,367 नमूनों की जांच की गई।

महाराष्ट्र में सर्वाधिक मौतें

बीते 24 घंटों में जिन 2,638 और लोगों की कोरोना से मौत हुई उनमें सबसे अधिक 524 लोग महाराष्ट्र के थे। इसके बाद दिल्ली से 380, उत्तर प्रदेश से 249, छत्तीसगढ़ से 226, गुजरात से 158, कर्नाटक से 201 और तमिलनाडु से 94, राजस्थान से 84, मप्र से 88 लोग शामिल हैं। देश में अब तक कुल 1,95,123 मौतें हुई हैं। इनमें महाराष्ट्र से 64,760, कर्नाटक से 14,426, दिल्ली से 14,248, तमिलनाडु से 13,557, उत्तर प्रदेश से 11,165, बंगाल से 10,941, पंजाब से 8,432 और आंध्र प्रदेश से 7,685 लोगों की जान गई।

कर्नाटक में 14 का लॉकडाउन

कर्नाटक सरकार ने एहतियात के तौर पर मंगलवार की रात से राज्य भर में 14 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि कोरोना संकट पर काबू पाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। इस दौरान आवश्यक सामानों की दुकानों को सुबह छह से रात दस बजे तक खोलने की इजाजत होगी। यही नहीं कृषि क्षेत्र, उत्पादन क्षेत्र, मेडिकल एवं जरूरी वस्तुओं के उत्पादन से जुड़े क्षेत्र काम करना जारी रखेंगे।

महाराष्ट्र में संभलने लगे हालात 

महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख ने बताया कि मुंबई समेत राज्य के 36 में से 15 जिलों में कोरोना का कहर धीमा पड़ा है। वहां ठीक होने वाले मरीजों की संख्या नए मामलों से अधिक देखी गई। राज्य सरकार के प्रयासों से स्थिति संभलने लगी है।

सेना ने संभाला मोर्चा

प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक बीते दो साल में सेवानिवृत्त होने वाले या समय पूर्व सेवानिवृत्ति लेने वाले सशस्त्र बलों के सभी चिकित्सा कर्मियों को उनके संबंधित निवास स्थान के आसपास कोविड-19 केंद्रों में काम करने के लिए बुलाया जा रहा है। यही नहीं सेना ऑक्‍सीजन की आपूर्ति में भी अपनी मदद करेगी।

सर्वाधिक नए केस वाले 10 राज्य

राज्य-नए मामले-कुल संक्रमित (लाख में)

महाराष्ट्र 48,700-43.43

उत्तर प्रदेश 33,551-11.20

केरल 21,890-14.27

कर्नाटक 29,744-13.68

दिल्ली 20,201-10.47

छत्तीसगढ़ 15,084-6.67

राजस्थान 16,438-5.30

गुजरात 14,340-4.96

तमिलनाडु 15,684-10.81

मध्य प्रदेश 12,686-4.99

केंद्र सरकार ने दी यह सलाह

केंद्र सरकार ने लोगों को लक्षण नजर आने पर घर के भीतर भी मास्क पहनने की सलाह दी है। सरकार ने टीकाकरण अभियान की गति तेज करने की बात कही और अपील की कि महिलाएं माहवारी के समय कोविड वैक्‍सीन ले सकती हैं। सरकार का कहना है कि देश में ऑक्‍सीजन तो है लेकिन इसे अस्पतालों तक पहुंचाना एक बड़ी चुनौती है। सरकार ने अस्पतालों से भी यथोचित तरीके से ऑक्सीजन का इस्तेमाल करने को कहा है। यही नहीं रेमडेसिविर और टोसिलिजुमाब जैसी दवाएं भी जरूरतमंद मरीजों को ही लिखने पर जोर दिया है।