देश की समुद्री सुरक्षा को और मिलेगी मजबूती, स्वदेशी Aircraft Carrier Vikrant पर जून तक तैनात हो जाएंगे विमान
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में 143वें बैच की पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में एडमिरल हरि कुमार ने कहा कि समुद्री परीक्षण पूरे होने के बाद ही विमान वाहक पोत विक्रांत को नौसेना में शामिल किया गया है।
By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Wed, 30 Nov 2022 08:43 PM (IST)
पुणे, पीटीआई। देश की समुद्री सुरक्षा को और मजबूती मिलने जा रही है। नौसेना में हाल ही में शामिल किए गए स्वदेशी विमान वाहक पोत 'आइएनएस विक्रांत' को अगले वर्ष मई या जून तक उसके विमान भी मिल जाएंगे। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने बुधवार को यह जानकारी दी। महाराष्ट्र के पुणे जिले में खड़कवासला स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में 143वें बैच की पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में एडमिरल हरि कुमार ने कहा कि समुद्री परीक्षण पूरे होने के बाद ही विमान वाहक पोत को नौसेना में शामिल किया गया है।
अब पोत पर विमानों को तैनात करने के परीक्षण शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा, 'सबसे पहले हमें विमानों के उतरने की प्रणाली का परीक्षण करना पड़ेगा। ये परीक्षण अभी जारी हैं। सामान्य तौर पर विमानों को शामिल किए जाने के छह से आठ महीने के बीच उन्हें तैनात किया जाता है। हमें उम्मीद है कि मानसून से पहले मई या जून में हम इसे पूरा कर लेंगे।
'एडमिरल हरि कुमार ने कहा, 'भारतीय नौसेना में आधुनिकीकरण का कार्यक्रम चल रहा है। हमने पहला स्वदेशी छोटा युद्धपोत 1960 में शामिल किया था। तब से हम बड़े, और बड़े पोत बना रहे हैं। इसके बाद हमने डिस्ट्रायर्स, कल्मीनेटर्स और एयरक्राफ्ट कैरियर्स बनाने शुरू किए। संयोग से (नया) विमान वाहक पोत 76 प्रतिशत स्वदेशी है। इसलिए यह देश के लिए बड़ी उपलब्धि है।' नौसेना प्रमुख ने कहा कि पिछले सात वर्षों में देश में निर्मित 29 पोतों और पनडुब्बियों को नौसेना में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा, 'अभी 45 पोत निर्माणाधीन हैं और इनमें से 43 देश में बन रहे हैं।
49 अन्य पोतों के लिए हम आवश्यकता की स्वीकृति की प्रक्रिया में हैं। इसलिए ज्यादा फोकस आधुनिकीकरण की योजना पर है और सरकार हमारी मदद कर रही है। काम उम्मीद के मुताबिक प्रगति पर है।' भारतीय नौसेना के बजट के बारे में पूछे जाने पर एडमिरल हरि कुमार ने कहा, 'बजट की कोई समस्या नहीं है। हम जिन कार्यक्रमों को आगे बढ़ा रहे हैं, उसके लिए सरकार से पर्याप्त बजटीय मदद मिल रही है।'