Covishield Side Effects: एस्ट्राजेनेका ने बाजार से वापस मंगाई कोविड-19 वैक्सीन, खून का थक्का जमने व प्लेटलेट काउंट कम होने की शिकायतें दर्ज
Covishield Side Effects पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने बुधवार को कहा कि उसने दिसंबर 2021 में कोविशील्ड की अतिरिक्त खुराक का निर्माण और आपूर्ति बंद कर दी थी। एस्ट्राजेनेका ने स्वेच्छा से विपणन वापस ले लिया है। भारत में कोविशील्ड और यूरोप में वैक्सजेवरिया के नाम से बेची जाने वाली अपनी कोविड वैक्सीन को मंजूरी दे दी गई है।
पीटीआई, लंदन। कोविड महामारी में दुनिया भर में वैक्सीन उपलब्ध कराने वाली ब्रिटेन की प्रमुख फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने इसे बाजार से वापस मंगाना शुरू कर दिया है। इसके वैक्सीन 'वैक्सजेवरिया' के विरुद्ध खून का थक्का जमने और प्लेटलेट काउंट कम होने की कई शिकायतें दर्ज कराई जा चुकी हैं। हालांकि, कंपनी ने बयान में दावा किया है कि टीके का नया संस्करण उपलब्ध है, इसलिए पुराने स्टाक को मंगाना शुरू कर दिया गया है।
एस्ट्राजेनेका के सहयोग से ही भारत में सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने 'कोविशील्ड' टीका उपलब्ध कराया था। एस्ट्राजेनेका ने आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर कोविड-19 वैक्सीन विकसित किया था। इसे यूरोप में वैक्सजेवरिया और भारत में कोविशील्ड के नाम से उपलब्ध कराया गया था।यूरोपीय संघ (ईयू) के दवा नियामक यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी ने मंगलवार को एक नोटिस जारी कर पुष्टि की कि वैक्सजेवरिया अब 27-सदस्यीय आर्थिक ब्लाक में उपयोग के लिए अधिकृत नहीं है।
कंपनी ने मार्च में ही वैक्सीन को वापस मंगाने का निर्णय कर लिया था। इसने कहा कि मार्केटिंग अथॉरिटी वैक्सजेवरिया की वापसी के लिए दुनिया भर के नियामक अधिकारियों के साथ काम कर रहा है।दुर्लभ मामलों में दुष्प्रभाव स्वीकार कर चुकी है कंपनी:वैश्विक मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इससे पहले एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया था कि उसके कोविड-19 टीके दुर्लभ मामलों में दुष्प्रभाव पैदा कर सकते हैं। जिसे थ्रोम्बोसिस विद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) कहा जाता है। भारत में काविड-19 टीकों की 2.20 अरब से अधिक खुराकें दी गई हैं और उनमें से अधिकांश कोविशील्ड थीं। कोविशील्ड के दुष्प्रभाव को लेकर भी कुछ लोगों ने शिकायतें की थीं।
वैश्विक स्तर पर तीन अरब से अधिक खुराक की हुई आपूर्ति
कंपनी ने कहा कि स्वतंत्र अनुमान के अनुसार, अकेले उपयोग के पहले वर्ष में 65 लाख से अधिक लोगों की जान बचाई गई और वैश्विक स्तर पर तीन अरब से अधिक खुराक की आपूर्ति की गई। कहा, हमारे प्रयासों को दुनिया भर की सरकारों ने मान्यता दी है और व्यापक रूप से इसे वैश्विक महामारी को समाप्त करने का एक महत्वपूर्ण घटक माना जाता है। एस्ट्राजेनेका के दुष्प्रभाव को लेकर ब्रिटिश कोर्ट में कई केस चल रहे हैं।