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Covishield Side Effects: कोविशील्ड के साइड इफेक्ट का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, जांच के लिए पैनल गठित की मांग

कोरोना वायरस को काबू करने के लिए ली गई वैक्सीन कोविशील्ड के साइड इफेक्ट का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है।यह याचिका सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने दाखिल की है।दाखिल अर्जी में कहा गया है कि कोविशील्ड वैक्सीन विकसित करने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा लंदन में माना गया है कि इसके कारण बहुत बिरले मामलों में खून का थक्का जमना या प्लेटलेट की संख्या घटना आदि शामिल है।

By Jagran News Edited By: Nidhi Avinash Updated: Wed, 01 May 2024 10:13 PM (IST)
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कोविशील्ड के साइड इफेक्ट का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट (Image: ANI)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना वायरस को काबू करने के लिए ली गई वैक्सीन कोविशील्ड के साइड इफेक्ट का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल हुई है जिसमें चिकित्सा विशेषज्ञों का पैनल गठित कर इसके साइड इफेक्ट की जांच कराने की मांग की गई है। यह याचिका सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने दाखिल की है।

दाखिल अर्जी में कहा गया है कि कोविशील्ड वैक्सीन विकसित करने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा लंदन में माना गया है कि इसके कारण बहुत बिरले मामलों में खून का थक्का जमना या प्लेटलेट की संख्या घटना आदि शामिल है। अर्जी में बहुत से युवाओं को भी दिल के दौरे पड़ने की घटनाएं हुई हैं।

कोविशील्ड के खतरे और साइड इफेक्ट की जांच की मांग

अर्जी में मांग की गई है कि कोर्ट एम्स के डायरेक्टर की अध्यक्षता में चिकित्सा विशेषज्ञों का एक पैनल गठित करने का निर्देश दे। यह पैनल सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश की निगरानी में कोविशील्ड के खतरे और साइड इफेक्ट की जांच करे। यह भी मांग की गई है कि कोरोना काल के दौरान वैक्सीन लेने से गंभीर रूप से अशक्त (विकलांग) हो गए लोगों और जान गंवाने वालों को मुआवजा देने का केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाए।

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