Indian Railway News: रेल टिकट पर सीनियर सिटीजन को छूट की मांग, सीपीआइ सांसद ने लिखी रेल मंत्री को चिट्ठी
भाकपा सांसद बिनाय विश्वम ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर रेल टिकटों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायत बहाल करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि कई वरिष्ठ नागरिक पूरे टिकट शुल्क का भुगतान करने की स्थिति में नहीं हैं।
By Achyut KumarEdited By: Updated: Mon, 23 May 2022 09:41 AM (IST)
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भाकपा सांसद बिनाय विश्वम (CPI MP Binoy Viswam) ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnaw) को पत्र लिखा है। इस पत्र के जरिये उन्होंने रेल मंत्री से रेलवे में वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायत बहाल करने का अनुरोध किया है।
बिनॉय विश्वम ने पत्र में लिखा है, 'कई वरिष्ठ नागरिक पूरे टिकट शुल्क का भुगतान करने की स्थिति में नहीं हैं। रियायत की कमी के कारण उन्हें बहुत कठिनाई होती है। इसलिए उन्हें शुल्क के भुगतान में रियायत दी जाए।'
CPI MP Binoy Viswam writes to Railway Minister Ashwini Vaishnaw, requesting him to restore the concession for senior citizens in Railways
"As many senior citizens are not in a position to pay the full ticket fee, lack of concession causes them great hardship," his letter reads. pic.twitter.com/mw34jsOPwR
— ANI (@ANI) May 23, 2022
मालूम हो कि कोरोना काल में चल रही ट्रेनों की टिकट पर अतिरिक्त किराया भी लगाया गया था साथ ही पेन्ट्री की सेवाएं भी बंद कर दी गईं थीं। इन सभी सेवाओं को बहाल किया जा चुका है और अब सबसे ज्यादा इंतजार वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा में मिलने वाली छूट का है।
बता दें कि 60 से अधिक उम्र के पुरुष और 58 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को रेलवे में सीनियर सिटीजन की कैटगरी में रखा जाता है। राजधानी, शताब्दी, दूरंतो समेत सभी मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में पुरुषों को टिकट के बेस फेयर में 40 फीसद और महिलाओं को 50 फीसद की छूट दी जाती थी। हालांकि गरीब रथ ट्रेनों में किसी भी तरह की रियायत नहीं मिलती थी।
जानें- रेल मंत्री ने क्या कहा थागौरतलब है कि वरिष्ठ नागरिकों को रेल यात्रा में मिलने वाली छूट को लेकर पिछले संसद सत्र में रेल मंत्री अश्निनी वैष्णव की तरफ से बड़ी जानकारी सामने आई थी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा सत्र में बताया था कि करीब सात करोड़ वरिष्ठ नागरिक करीब दो वर्षों से बिना किसी छूट के ट्रेनों से यात्रा कर रहे हैं। हालांकि अभी इस छूट को बहाल करने की कोई योजना नहीं है।