छत्तीसगढ़ के नक्सल मोर्चे पर तैनात होगी सीआरपीएफ की महिला बटालियन: महानिदेशक माहेश्वरी
छत्तीसगढ़ के नक्सल मोर्चे पर सीआरपीएफ की महिला बटालियन को जल्द तैनात किया जाएगा। सीआरपीएफ के महानिदेशक आनंद प्रकाश माहेश्वरी ने रायपुर जिले के आरंग में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि महिला कोबरा बटालियन तैयार की जा रही है।
By Bhupendra SinghEdited By: Updated: Fri, 12 Feb 2021 10:24 PM (IST)
रायपुर, राज्य ब्यूरो। छत्तीसगढ़ के नक्सल मोर्चे पर सीआरपीएफ की महिला बटालियन को जल्द तैनात किया जाएगा। सीआरपीएफ के महानिदेशक आनंद प्रकाश माहेश्वरी ने रायपुर जिले के आरंग में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि महिला कोबरा बटालियन तैयार की जा रही है। तीन महीने की ट्रेनिंग के बाद बटालियन को तैनात किया जाएगा। पोस्टिंग से पहले निर्धारित मापदंडों को पास करना होगा। पहले चरण में 60 महिलाएं प्रशिक्षण ले रहीं है।
सीआरपीएफ के महानिदेशक ने 20 बाइक एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर किया रवानामाहेश्वरी ने आरंग के ग्राम भिलाई में नए प्रशासनिक भवन ग्रुप केंद्र का लोकार्पण किया। साथ ही सुरक्षाबल के जवानों के लिए बनाई गई 20 बाइक एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह बाइक एंबुलेंस नक्सल प्रभावित इलाके के लिए रवाना की जाएगी।
माहेश्वरी ने कहा- जवानों की समस्याओं को दूर करना सबसे बड़ी चुनौती
महानिदेशक माहेश्वरी ने कहा कि ग्रुप सेंटर में आने से एक अलग अनुभूति होती है। परिवार से दूर जवानों की समस्याएं को दूर करना हमारी सबसे बड़ी चुनौती है। घटना में घायल जवानों को साइबर वारियर्स बना रहे हैं। कैंपस को ग्रीन कैंपस बनाया जाए।
माहेश्वरी ने कहा- नागरिकों के साथ आगे बढ़ना हमारी कार्य संस्कृति हैमाहेश्वरी ने कहा कि हम स्थानीय समुदाय और लोगों से मिलकर काम करते हैं। कोविड में हमारे जवानों ने काफी अच्छा काम किया। नागरिकों के साथ आगे बढ़ना हमारी कार्य संस्कृति है। लोगों के सहयोग के बिना आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
सीआरपीएफ छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ मिलकर काम करेगी तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकतामाहेश्वरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ भी हमारा अनुभव अच्छा है। एकजुट होकर काम करेंगे तो ऐसी कोई चीज नहीं जो सफल होने से रोक सके। देश है तो हम हैं। नए प्रशासनिक भवन ग्रुप केंद्र में दो महत्वपूर्ण कार्य होंगे। जवानों के परिवार की देखभाल और उनके जन कल्याण की सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। ग्रुप केंद्र के जरिए शहीद जवानों के परिवारों की देखरेख भी की जाएगी।