साइबर अपराध गिरोह का भंडाफोड़, सात स्थानों पर की गई छापेमारी; मुंबई से एक आरोपित गिरफ्तार
सीबीआई ने अमेरिकी संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआइ) के साथ मिलकर साइबर अपराध गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में मुंबई से एक आरोपित विष्णु राठी को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि राठी ने खुद को तकनीकी सहायक बताकर अमेरिका की एक नागरिक से 4.5 लाख अमेरिकी डॉलर की ठगी की थी।यह गिरोह 2022 से विदेश में लोगों को निशाना बना रहा था।
एएनआई, नई दिल्ली। सीबीआई ने अमेरिकी संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआइ) के साथ मिलकर साइबर अपराध गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में मुंबई से एक आरोपित विष्णु राठी को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि राठी ने खुद को तकनीकी सहायक बताकर अमेरिका की एक नागरिक से 4.5 लाख अमेरिकी डॉलर की ठगी की थी।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि सीबीआई ने अमेरिकी जांच एजेंसी के साथ मिलकर आपरेशन चक्र-3 के तहत साइबर अपराध नेटवर्क को ध्वस्त किया। यह गिरोह 2022 से विदेश में लोगों को निशाना बना रहा था।
लैपटॉप और अन्य दस्तावेज किए जब्त
पिछले दो दिनों में कोलकाता, मुंबई में सात स्थानों पर छापेमारी के दौरान सीबीआई ने मुंबई के साइबर अपराधी राठी के परिसरों से 100-100 ग्राम के 57 सोने के बार, 16 लाख रुपये नकद, मोबाइल फोन, क्रिप्टो करेंसी के प्रबंधन में इस्तेमाल होने वाला लैपटॉप, लाकरों का विवरण और अन्य दस्तावेज जब्त किए।
सीबीआई ने अन्य के खिलाफ दर्ज किया मामला
सीबीआई ने नौ सितंबर को राठी और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोप है कि आरोपितों ने जून से अगस्त 2022 के बीच कंप्यूटर और बैंक खाते तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त करके अमेरिकी नागरिक को निशाना बनाने की साजिश रची।
सीबीआई प्रवक्ता ने बयान में कहा, आरोप है कि तकनीकी सहायता सेवाओं की पेशकश के बहाने आरोपितों ने अमेरिका स्थित पीडि़ता को गलत जानकारी दी कि उसके बैंक खाते को हैक किया गया है। हैंकिग के कारण उसका पैसा डूब सकता है। उसने पीड़िता से कहा कि वह क्रिप्टोकरेंसी वालेट में 453,953 अमेरिकी डालर ट्रांसफर करे। इस तरह आरोपित ने अपने क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में रकम ट्रांसफर करवाकर ठगी को अंजाम दिया।