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Mandous Cyclone: तमिलनाडु के मामल्लपुरम में तट से टकराया मैंडूस चक्रवात, बेवजह घर से बाहर ना निकलें लोग: GCC

चक्रवात मैंडूस तमिलनाडु के मामल्लपुरम में समुद्र तट से टकरा गया है। इसके चलते आने वाले समय में राज्य के तटीय इलाकों में भारी वर्षा की संभावना है। ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) ने सभी से चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने तक बाहर जाने से बचने का अनुरोध किया है।

By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Sat, 10 Dec 2022 06:14 AM (IST)
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चक्रवात 'मैंडूस' तमिलनाडु के मामल्लपुरम में समुद्र तट से टकरा गया।

चेन्नई, जेएनएन। चक्रवात 'मैंडूस' तमिलनाडु के मामल्लपुरम में समुद्र तट से टकरा गया है। इसके चलते आने वाले समय में राज्य के तटीय इलाकों में भारी वर्षा की संभावना है। फिलहाल सामान्य से मध्यम वर्षा हो रही है। क्षेत्रीय मौसम केंद्र के निदेशक एस बालाचंद्रन ने बताया, 'मैंडूस चक्रवात तमिलनाडु के तटीय इलाकों से टकरा गया है। इसके चलते कई तटीय इलाकों में वर्षा हो रही है और तेज गति से हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इसको लेकर तीन राज्यों तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया गया है।'

जीसीसी ने किया लोगों को घर से बाहर ना निकलने का अनुरोध

ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) ने सभी से चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने तक बाहर जाने से बचने का अनुरोध किया है। 3 घंटे में लगभग 65 पेड़ गिर गए हैं और ग्रेटर चेन्नई कॅारपोरेशन (JCC) उन्हें हटाने के उपाय कर रही है। जेसीसी के अनुसार, निचले तश्तरी के आकार वाले क्षेत्रों में पानी के ठहराव को दूर करने के लिए मोटर पंपों का उपयोग किया जा रहा है।

चक्रवात तूफान को लेकर आरएमसी चेन्नई के डीडीजीएम, एस बालचंद्रन ने कहा कि चक्रवात तूफान तट को पार कर गया है और गहरे अवसाद में है और इसकी ताकत कमजोर हो रही है। यह उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है, इसलिए उत्तर-पश्चिम क्षेत्रों में 55-65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी, जो शाम तक घटकर 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाएंगी।

कम से कम 13 उड़ानों को अलग-अलग जगहों से रद किया गया

आइएमडी के मुताबिक, मैंडूस के चलते इन राज्यों में 85 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं। चक्रवात के चलते चेन्नई से कई उड़ानों को रद करना पड़ा है। आइएमडी के मुताबिक, डाप्लर मौसम रडार चक्रवात की निगरानी कर रहे हैं। तूफान पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर रहा है। नौ दिसंबर को आधी रात के आसपास पुडुचेरी, श्रीहरिकोटा के बीच उत्तरी तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट से गुजरने की संभावना है। मैंडूस के असर को देखते हुए कम से कम 13 उड़ानों को अलग-अलग जगहों से रद किया गया है। कई क्षेत्रों में जलभराव की वजह से बस सेवाओं में कुछ व्यवधान आया है।

— ANI (@ANI) December 9, 2022

तमिलनाडु में इसका प्रभाव सबसे ज्यादा नजर आएगा

तूफान की वजह से कई जिलों में स्कूल और कालेज बंद रहे। आइएमडी की तरफ से चक्रवात की चेतावनी जारी करने के बाद शुक्रवार और शनिवार को पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में सभी स्कूलों और कालेजों में अवकाश घोषित किया गया है।मैंडूस चक्रवात का खतरा तीन राज्यों के लोगों पर मंडरा रहा है। तमिलनाडु में इसका प्रभाव सबसे ज्यादा नजर आएगा। ऐसे में विल्लुपुरम जिले 12 राहत शिविर बनाए गए हैं। 16,000 पुलिसकर्मी और 1500 होमगार्ड राहत व बचाव कार्य के लिए तैनात किए गए हैं। वहीं, कई आपदा प्रबंधन टीमें भी राज्य में तैनात हैं।

क्या है 'मैंडूस' का अर्थ

मैन-डूस' एक अरबी शब्द है। इसका मतलब होता है 'खजाने का बक्सा'। चक्रवाती तूफान का नाम मैंडूस संयुक्त अरब अमीरात की तरफ से चुना गया है।