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'Dear Indian Army', तीसरी कक्षा के छात्र का लेटर पढ़कर सेना भी हुई भावुक, कहा- उस दिन का इंतजार है...

वायनाड में भूस्खलन त्रासदी के बाद सेना और आपदा प्रबंधन के जवान रक्षक बनकर मैदान में है और दिन-रात एक कर लोगों की जान बचाने में जुटे हैं। इसके लिए हर कोई जवानों और राहतकर्मियों की प्रशंसा कर रहा है। इस बीच तीसरी कक्षा के एक छात्र ने सेना को दिल को छू लेने वाला एक पत्र लिखा है जो खुद सेना ने शेयर किया।

By Sachin Pandey Edited By: Sachin Pandey Updated: Sat, 03 Aug 2024 10:32 PM (IST)
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सेना ने सोशल मीडिया पर साझा किया छात्र का पत्र। (Photo- X/@IaSouthern)
डिजिटल, डेस्क, नई दिल्ली। वायनाड में भूस्खलन से आई तबाही के बाद पूरा देश पीड़ितों के लिए दुआ कर रहा है। दुनियाभर से प्रार्थनाओं के संदेश आ रहे हैं। इस कठिन समय में जान की बाजी लगाकर राहत और बचाव कार्य में जुटे सेना और आपदा प्रबंधन के जवानों की भी हर कोई सराहना कर रहा है और उनकी सेवा के लिए आभार प्रकट कर रहा है।

इस बीच तीसरी कक्षा के एक छात्र के सेना को लिखे पत्र ने लोगों के साथ-साथ आर्मी का भी दिल जीत लिया है। छात्र ने लिखा कि वह सेना के काम से इतना प्रभावित हुआ कि बड़ा होकर वह भी आर्मी में जाना चाहता है। सेना छात्र के पत्र से इतनी प्रभावित हुई कि खुद अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से उसे शेयर किया है और छात्र का आभार भी जताया है।

तीसरी कक्षा के छात्र ने लिखा पत्र 

भारतीय सेना के दक्षिणी कमांड की ओर से साझा किए गए पत्र के अनुसार केरल के एएमएलपी स्कूल के कक्षा 3 के छात्र रेयान ने मलयालम में लिखा, 'प्रिय भारतीय सेना, मेरे प्रिय वायनाड में भारी भूस्खलन हुआ, जिससे तबाही और विनाश हुआ। आपको मलबे में फंसे लोगों को बचाते हुए देखकर मुझे गर्व और खुशी महसूस हुई। मैंने अभी वीडियो देखा, जिसमें आप बिस्कुट खाकर अपनी भूख मिटा रहे हैं और पुल बना रहे हैं। उस दृश्य ने मुझे गहराई से प्रभावित किया और मैं एक दिन भारतीय सेना में शामिल होने और अपने देश की रक्षा करने की इच्छा रखता हूं।'

सेना ने बताया नन्हा सिपाही

सेना ने पत्र के लिए छात्र को धन्यवाद देते हुए उसे नन्हा सिपाही बताया। सेना के साउदर्न कमांड ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'आपके हार्दिक शब्दों ने हमें गहराई से छू लिया है। प्रतिकूलता के समय में, हमारा लक्ष्य आशा की किरण बनना है और आपका पत्र इस मिशन की पुष्टि करता है। आप जैसे नायक हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करते हैं। हम उस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं, जब आप वर्दी पहनते हैं और हमारे साथ खड़े रहें। साथ मिलकर, हम अपने देश को गौरवान्वित करेंगे। युवा योद्धा, आपके साहस और प्रेरणा के लिए धन्यवाद।'

जारी है राहत एवं बचाव कार्य

सोशल मीडिया यूजर भी छात्र के इस पत्र पर खुशी जाहिर कर रहे हैं और छात्र की प्रशंसा करते हुए कमेंट्स कर रहे हैं। साथ ही सेना का भी आभार लोग जता रहे हैं। इधर, वायनाड में त्रासदी के बीच राहत एवं बचाव कार्य अभी भी जारी है। मुख्यमंत्री ने मीडिया को बताया कि 1400 से अधिक कर्मी राहत कार्य में लगे हुए हैं। मरने वालों का आंकड़ा 200 को पार कर चुका है, वहीं 200 से अधिक अब भी लापता हैं।