Move to Jagran APP

Caste Census In Maharashtra: जाति जनगणना पर फैसला समाज के सभी वर्गों की राय लेने के बाद ही होगा: सीएम एकनाथ शिंदे

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक केबी हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक एमएस गोलवलकर के स्मारकों का दौरा किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों की राय जानने और लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए ही जाति आधारित जनगणना पर उचित निर्णय लिया जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Wed, 20 Dec 2023 01:18 PM (IST)
Hero Image
जाति जनगणना पर फैसला समाज के सभी वर्गों की राय लेने के बाद ही होगा: सीएम एकनाथ शिंदे
पीटीआई, नागपुर। समाज के सभी वर्गों की राय जानने और लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए जाति आधारित जनगणना पर उचित निर्णय लिया जाएगा। इसकी जानकारी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को दी।

शिंदे ने रेशिमबाग इलाके में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक केबी हेडगेवार और दूसरे 'सरसंघचालक' एमएस गोलवलकर के स्मारकों का दौरा किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

मंगलवार को आरएसएस पदाधिकारी श्रीधर गाडगे ने कहा कि जाति आधारित जनगणना नहीं होनी चाहिए और जानना चाहा कि इससे क्या हासिल होगा।

विदर्भ सह-संघचालक गाडगे ने कहा, इस तरह की कवायद से कुछ लोगों को राजनीतिक रूप से फायदा हो सकता है क्योंकि इससे एक निश्चित जाति की आबादी के बारे में डेटा मिलेगा, लेकिन सामाजिक रूप से और राष्ट्रीय एकता के लिहाज से यह अच्छा नहीं है।

गौरतलब है कि कांग्रेस देशव्यापी जातीय जनगणना के पक्ष में है।

आरएसएस पदाधिकारी की टिप्पणियों पर एक सवाल पर शिंदे ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र एक प्रगतिशील राज्य है और इसकी संस्कृति और परंपराएं अन्य राज्यों से अलग हैं।

सीएम ने पत्रकारों से कहा, यहां सभी समुदाय और जातियां एक साथ रहती हैं, एक साथ काम करती हैं और एक साथ जश्न मनाती हैं। इसलिए समाज के सभी वर्गों की राय लेने के बाद लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लिया जाएगा।

भाजपा से जुड़े मंत्री और विधायक हर साल नागपुर में राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान हेडगेवार और गोलवलकर के स्मारक पर जाते हैं।

राज्य में सरकार बनाने के लिए पिछले साल भाजपा के साथ गठबंधन करने वाले शिंदे ने कहा, हम हर साल शीतकालीन सत्र के दौरान डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर जाते हैं। यहां आकर मुझे शांति महसूस होती है और ऊर्जा एवं प्रेरणा मिलती है। इसीलिए हम यहां आये हैं।

हिंदुत्व पर राजनीति के सवाल पर शिंदे ने कहा, हमारे यहां आने के पीछे कोई राजनीति नहीं है।

सीएम ने कहा कि उनकी सरकार हिंदुत्व की विचारधारा और (शिवसेना के दिवंगत संस्थापक) बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा पर बनी है।

उन्होंने कहा, विकास का यह हिंदुत्व, जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री ने भी कहा है, सबका साथ, सबका विकास के लिए है।

शिंदे ने आगे कहा कि उनकी सरकार आम लोगों का प्रतिनिधित्व करती है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से कोई भी मिल सकता है और यह पहुंच उनकी सरकार की विशेषता है।

सीएम ने कहा, मैं भी एक आम आदमी की तरह काम करता हूं, इसलिए लोग हमें और हमारी सरकार को पसंद करते हैं।

यह भी पढ़ें- PM Modi On America Allegations: 'हम जरूर गौर करेंगे...', पन्नू हत्या मामले पर पहली बार PM मोदी का बयान आया सामने

यह भी पढ़ें- Parliament Security Breach: सांसदों के निलंबन से ध्यान भटकाने का किया जा रहा प्रयास: कांग्रेस