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Diwali 2022: गोवा में दिवाली का जश्न, पणजी में लोगों ने 'नरकासुर' के पुतले को जलाया; देखें वीडियो

Diwali 2022 प्रकाश का पर्व दिवाली आज पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाई जा रही है। इस मौके पर गोवा की राजधानी पणजी में लोगों ने नरकासुर के पुतले को जलाया। इसका लोगों ने वीडियो भी बनाया है।

By Achyut KumarEdited By: Updated: Mon, 24 Oct 2022 08:45 AM (IST)
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गोवा में लोगों ने नरकासुर के पुतले को जलाया (फोटो- एएनआइ)
पणजी, आनलाइन डेस्क। Diwali 2022: आज पूरे देश में दिवाली मनाई जा रही है। लोग अपने घरों को रंगीन रोशनी से सजा रहे हैं। इसी कड़ी में गोवा (Goa) की राजधानी पणजी (Panaji) में लोगों ने दिवाली के जश्न के हिस्से के रूप में नरकासुर (Narakasura) दैत्य के पुतले को जलाया।

लोगों ने बनाया वीडियो

लोगों के नरकासुर दैत्य के पुतले को जलाने का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि लोगों में दीवाली को लेकर काफी उत्साह है। लोग नरकासुर के जलते हुए पुतले को अपने कैमरे में कैद करते नजर रहे है।

नरकासुर कौन था?

नरकासुर एक दैत्य था। द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी तीसरी पत्नी सत्यभामा की सहायता से उसका संहार किया है। नरकासुर के वध के कारण इस दिन को नरक चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है। नरकासुर को एक स्त्री के हाथों मरने का श्राप था। यही वजह है कि नरकासुर का वध करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी सत्यभामा की सहायता ली।

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नरकासुर के कैद से 16 लड़कियों को कराया आजाद

नरकासुर के कैद में 16 हजार लड़कियां थीं, जिन्हें श्रीकृष्ण ने रिहा करवाया। उन्होंने उन लड़कियों से माता-पिता के जाने को कहा, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया। उन्होंने श्रीकृष्ण से विवाह का प्रस्ताव रखा। यही कृष्ण की सोलह हजार पत्नियां एवं आठ मुख्य पटरानियां मिलाकर सोलह हजार आठ रानियां कहलायीं।

दिवाली क्यों मनाई जाती है? (Why we celebrate Diwali)

दिवाली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। इस मौके पर लोगों ने घी के दीपक जलाए थे। तभी से इन दिन को दिवाली के रूप में मनाया जाने लगा। इस दिन सभी लोग अपने घरों में शाम को दीपक जलाते हैं। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की पूजा की जाती है।

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