सैनिक और उनके परिवार चीनी मोबाइल फोन का यूज न करें, रक्षा खुफिया एजेंसियों ने किया आगाह
रक्षा खुफिया एजेंसियों ने वास्तविक नियंत्रण पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच आगाह किया है कि सैनिक और उनके परिवार चीनी मोबाइल फोन का यूज न करें। इससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 07 Mar 2023 12:23 AM (IST)
नई दिल्ली, एएनआई। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ चल रहे सैन्य गतिरोध के बीच रक्षा खुफिया एजेंसियों ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि सैनिक चीनी मोबाइल फोन का उपयोग न करें।
चीनी मोबाइल फोन का यूज न करें
रक्षा खुफिया एजेंसियों की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है, "विभिन्न रूपों और चैनलों के माध्यम से अपने कर्मियों को चीनी मोबाइल फोन उपकरणों के साथ सावधानी बरतने के लिए संरचनाओं और इकाइयों को संवेदनशील बनाना है।" सैन्य जासूसी एजेंसियों ने भारत के शत्रु देशों से फोन खरीदने या उपयोग करने से सैनिकों और उनके परिवारों को मना किया है।
चीनी मोबाइल फोन में मिले मैलवेयर और स्पाईवेयर
सूत्रों ने कहा कि बलों ने एडवाइजरी जारी की, क्योंकि ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें एजेंसियों द्वारा कथित तौर पर चीनी मूल के मोबाइल फोन में मैलवेयर और स्पाईवेयर पाए गए हैं। गुप्तचर एजेंसियों ने सलाह के साथ संलग्न सूची में उल्लिखित इकाइयों और संरचनाओं को "फ़ोन के विरुद्ध अन्य फ़ोनों में संक्रमण करने" के लिए कहा है।देश में वाणिज्यिक बाजार में उपलब्ध चीनी मोबाइल फोन में वीवो, ओप्पो, श्याओमी, वन प्लस, ऑनर, रियल मी, जेडटीई, जियोनी, आसुस और इनफिनिक्स शामिल हैं। पूर्व में भी जासूसी एजेंसियां चीनी मोबाइल फोन एप्लिकेशन के खिलाफ बहुत सक्रिय रही हैं, क्योंकि ऐसे कई एप्लिकेशन सैन्य कर्मियों के फोन से हटा दिए गए थे।