शहीद अग्निवीरों के मुआवजे को लेकर राहुल गांधी के आरोप को रक्षा मंत्रालय ने गलत ठहराया, दी पूरी जानकारी
लोकसभा में सोमवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अग्निवीरों को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। राहुल गांधी ने ‘अग्निपथ’ योजना का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि सेना के जवानों को अग्निपथ के चक्रव्यूह में फंसाया गया है। बजट में अग्निवीरों को पेंशन के लिए रुपया नहीं दिया गया। हालांकि रक्षा मंत्रालय ने राहुल गांधी के दावों को झूठ का पुलिंदा करार दिया है।
एएनआई, नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के दावे को रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने खारिज किया है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने सोमवार को कहा कि सैन्य सेवा के दौरान जान गंवाने वाले किसी भी अग्निवीर के परिवार को 1 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी जाती है।
राहुल के आरोपों पर रक्षा मंत्रालय ने क्या कहा?
सूत्रों ने यह भी बताया कि इस राशि में बीमा और अनुग्रह राशि भी शामिल है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया, "अगर सैन्य सेवा के दौरान किसी अग्निवीर की मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिजनों को 1 करोड़ रुपये से अधिक की राशि मिलती है। इसमें 48 लाख रुपये का बीमा है, जिस पर अग्निवीर से कोई भुगतान नहीं लिया जाता है। 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, सेवा निधि पैकेज लगभग 11.70 लाख रुपये और सर्विस की शेष अवधि के लिए वेतन भी शामिल है। इसके अलावा, अग्निवीरों को 50 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का बीमा कवर भी मिलता है, जिसे लेकर सरकार ने कई बैंकों के साथ समझौता किया है।" उन्होंने कहा कि अग्निवीरों को किसी भी प्रीमियम का भुगतान करने की जरूरत नहीं होती है।
राहुल ने संसद में क्या लगाया था आरोप?
रक्षा मंत्रालय की ओर से राहुल गांधी के बयान पर स्पष्टीकरण तब आया, जब लोकसभा में राहुल गांधी ने दावा करते हुए कहा कि 'रक्षा मंत्री ने कहा था कि शहीद अग्निवीर के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया। मगर, उनकी बात गलत थी।' नेता प्रतिपक्ष ने कहा, "उस परिवार को बीमा दिया गया था, मुआवजा नहीं। यह सच है। इसे कोई नकार नहीं सकता।"लोकसभा में अग्निवीर योजना पर बोलते हुए राहुल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर हमला किया, और दावा किया कि सैन्य सेवा के दौरान जान गंवाने वाले अग्निवीरों के परिवार को दिए जाने वाले 1 करोड़ रुपये के मुआवजे के बारे में झूठ बोला है।उन्होंने कहा, "रक्षा मंत्री ने पहले कहा था कि अग्निवीर के परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया है। लेकिन वह गलत थे। अग्निवीर के परिवार को बीमा राशि दी गई थी, उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया। यह सच है; कोई भी इससे इनकार नहीं कर सकता।" राहुल गांधी ने केंद्रीय बजट 2024 में अग्निवीरों की पेंशन को शामिल न करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की।
'जवानों को अग्निवीर चक्रव्यूह में फंसा दिया'
कांग्रेस सांसद ने कहा, "मोदी सरकार ने सेना के जवानों को अग्निवीर चक्रव्यूह में फंसा दिया है। अग्निवीरों की पेंशन के लिए बजट में एक भी रुपया नहीं है। आप खुद को देशभक्त कहते हैं। लेकिन जब अग्निवीरों की मदद करने और सैनिकों को पैसे देने की बात आती है, तो आपको बजट में एक भी रुपया नहीं दिखता है।"इस बीच, अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि यदि किसी अग्निवीर की सेवाकाल के दौरान वीरगति हो जाती है तो संबंधित मानदंडों के तहत इस योजना में उसके परिजनों को एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि देने का प्रविधान किया गया है। इसमें 48 लाख रुपये का बीमा है, जिसका प्रीमियम अग्निवीरों से नहीं लिया जाता है।